चीन में कोरोनावायरस के प्रकोप से 25 की मौत और 830 संक्रमित, WHO बोला-इंटरनेशनल इमरजेंसी नहीं
चीन में कोरोनावायरस विषाणु के कारण मरने वालों की संख्या बढकर 25 हो गई है जबकि 830 लोग अब तक संक्रमित हो चुके हैं।
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राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि इस विषाणु के कारण 25 लोगों की मौत हुई है जिनमें से 24 की मौत मध्य चीन के हुबेई प्रांत में और एक की मौत उत्तरी चीन के हेबेई में हुई हे। उसने बताया कि गुरुवार तक कोरोनावायरस के कारण निमोनिया से पीड़ित होने के 830 मामलों की पुष्टि हुई है। आयोग ने बताया कि देश के 20 प्रांतीय स्तर के क्षेत्रों में कुल 1072 संदिग्ध मामले सामने आए हैं।
कोरोनावायरस के खतरे को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि इस वायरस को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल (इंटरनेशनल इमरजेंसी) घोषित करना जल्द बाजी होगी। अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकाल समिति की गुरुवार को बैठक के बाद डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेडरोस अधानोम ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘मैं कोरोना वायरस को लेकर वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित नहीं कर रहा हूं क्योंकि अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकाल समिति इस बात को लेकर विभाजित है कि कोरोना वायरस इस समिति को प्रतिनिधत्व करता है या नहीं।’’ उन्होंने कहा कि निसंदेह चीन में इस समय आपातकाल के हालात है लेकिन यह अभी तय नहीं किया गया है कि यह वैश्विक बीमारी है या नहीं।
चीन ने कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए अभूतपूर्व कदम उठाते हुए बृहस्पतिवार को वुहान सहित पांच शहरों को सील कर दिया था।
चीनी नववर्ष के पहले सड़कों पर भीड़भाड़ बढने के मद्देनजर गाड़ियों, ट्रेनों और विमानों समेत आवागमन के विभिन्न माध्यमों को रोक दिया गया है। इन शहरों में तकरीबन दो करोड़ लोग रहते हैं।
चीनी अधिकारियों ने बृहस्पतिवार शाम हुबेई प्रांत में पांच शहरों - हुगांग, एझाओ, झिजियांग, क्विनजिआंग और वुहान में सार्वजनिक परिवहन को रोकने की घोषणा की। इस विषाणु से मरने वालों की औसत उम्र 73 साल है । मृतकों में सबसे उम्रदराज शख्स 89 साल का था जबकि सबसे कम उम्र के लिहाज से 48 साल के व्यक्ति की मौत हुयी।
भारतीय दूतावास ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि चीनी अधिकारियों ने प्रांत में रह रहे भारतीयों को खाद्य आपूर्ति सहित सभी सहयोग का आश्वासन दिया है।
भारत के लिहाज से भी चिंता की वजह है क्योंकि करीब 700 भारतीय छात्र वुहान और आसपास के इलाके में रहते हैं। इन छात्रों में ज्यादातर चीनी विश्वविद्यालयों में चिकित्सा की पढाई करते हैं ।
गुरुवार मध्यरात्रि तक, हांगकांग में दो, मकाऊ में दो और ताइवान में एक मामले की पुष्टि हुई।
थाईलैंड में तीन मामलों की पुष्टि की गई थी, जिनमें से दो मरीज अब ठीक हैं।
जापान में इस रोग की चपेट में आया एक मरीज अब ठीक है। जबकि दक्षिण कोरिया, अमेरिका और सिंगापुर में एक-एक और वियतनाम में दो मामलों की पुष्टि हुई है।
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