गांधी की 150वीं जयंती पर अमेरिका में कार्यक्रम शुरू
शीर्ष अमेरिकी सांसदों और प्रतिष्ठित भारतीय-अमेरिकियों ने महात्मा गांधी के सालभर चलने वाले 150वीं जयंती समारोहों का यहां शुभारंम करते हुए उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनकी अहिंसा की बातें आज की दुनिया में पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक हैं।
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती समारोह के शुभारंभ के अवसर पर वाशिंगटन में मंगलवार को अपना वक्तव्य देते अमेरिका में भारत के राजदूत नवतेज सिंह सरना। |
भारतीय दूतावास ने आधा दर्जन से अधिक भारतीय-अमेरिकी संगठनों के साथ इस कार्यक्रम का आयोजन किया था। इसमें अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों ने दुनियाभर में गांधी के प्रभाव के बारे में बात की, जिसमें नागरिक अधिकारों के संघर्ष करने वाले प्रसिद्ध नेता मार्टिन लूथर किंग पर उनके प्रभाव की बात भी शामिल थी। अपनी भारत यात्रा पर जाने से पहले किंग ने कहा था, अन्य देशों में, मैं एक पर्यटक के रूप में जा सकता हूं, लेकिन भारत में मैं तीर्थयात्री के रूप में जाऊंगा। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा, गांधी का शांति और अहिंसा का संदेश किसी भी समय से आज कहीं अधिक प्रासंगिक है। भारतीय अमेरिकी मूल के कांग्रेस सदस्य राजा कृष्णमूर्ति ने ’महात्मा गांधी के 150 वषर्’ विषय पर कैपिटल हिल उत्सव में अपने संबोधन में कहा, ’महात्मा गांधी की अनुपस्थिति में ऐसा कोई तरीका संभव नहीं होता कि मैं आपके सामने खड़ा होकर अपनी बात कह सकूं। ऐसा क्यों है? मुझे लगता है कि आप सभी जानते हैं कि मार्टिन लूथर किंग जूनियर और यहां अमेरिका में नागरिक अधिकार आंदोलन पर उनका गहरा प्रभाव था’
भारतीय-अमेरिकी मूल के कांग्रेस सदस्य डॉ अमी बेरा, जो पिछले नवम्बर में लगातार चौथे कार्यकाल के लिए चुने गए थे, ने कहा कि महात्मा गांधी की शांति और अहिंसा का संदेश आज कहीं अधिक प्रासंगिक है। अमेरिकी कांग्रेस सदस्य डेविड ेइकर्ट ने भी लोगों को संबोधित किया। अमेरिका में भारतीय राजदूत नवतेज सिंह सरना ने कहा कि यह महात्मा गांधी की शिक्षाओं और संदेश को ’अपने’ जीवन में लागू करने का वक्त है।
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