भारत के लिए तिब्बत मुख्य मुद्दों में से एक हो : संगाय
निर्वासन में तिब्बत सरकार के प्रमुख लोबसांग संगाय ने कहा है कि तिब्बत भारत के लिए मुख्य मुद्दों में से एक होना चाहिए क्योंकि चीन अपने तमाम पड़ोसियों को ‘प्रभावित’ करने की कोशिश कर रहा है।
निर्वासन में तिब्बत सरकार के प्रमुख लोबसांग संगाय (file photo) |
चीन का कहना है कि सदियों से तिब्बत उसकी सरजमीन का एक हिस्सा है, लेकिन अनेक तिब्बती कहते हैं कि ज्यादातर समय तिब्बत अनिवार्यत: आजाद रहा है। दलाई लामा चीनी शासन के खिलाफ तिब्बत में विफल विद्रोह के बाद 1959 में भाग कर भारत चले आए। अमेरिका की यात्रा पर आए सांगेय ने यहां अमेरिकी सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों, सांसदों और हडसन इंस्टीट्यूट सरीखे थिंक-टैंक समुदाय से मुलाकात की।
उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा, ‘वे (चीन) अब पाकिस्तान से ले कर श्रीलंका, बांग्लादेश और नेपाल तक भारत के सभी पड़ोसियों को प्रभावित कर रहे हैं। अब यह यथार्थ है।’ सांगेय ने कहा कि भारत और तिब्बत के बीच सैकड़ों साल से ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सभ्यतात्मक रिश्ते रहे हें। तिब्बत भारत और दक्षिण एशिया के लिए पानी का स्रोत रहा है।
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