संयुक्त राष्ट्र ने गांधी जयंती को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के तौर पर मनाया
संयुक्त राष्ट्र ने महात्मा गांधी की 148वीं जयंती को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के तौर पर मनाया.
![]() राष्ट्रपिता महात्मा गांधी |
इस मौके पर भारतीय-अमेरिकियों ने पूरे अमेरिका में शांतिदूत महात्मा गांधी को याद किया.
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष मीरोस्लाव लेजकक ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि लोग अब भी उस दुनिया में नहीं रह रहे, जिसका सपना महात्मा गांधी ने देखा था.
संयुक्त राष्ट्र महात्मा गांधी की जयंती को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के तौर पर मनाता है.
लेजकक ने कहा, दुर्भाग्यवश, हम अब भी ऐसी दुनिया में नहीं रहते जिसका सपना महात्मा गांधी ने देखा था. कई लोग अब भी हिंसा पसंद करते हैं. हर रोज बर्बादी और इंसानों के जूझने के नए-नए साक्ष्य मिलते हैं, जो इस पसंद से सामने आते हैं.
उन्होंने कहा कि असहनशीलता और नफरत भरे बोल दुनिया की विशेषता बन चुके हैं और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारों एवं मानवीय कानूनों का लगातार उल्लंघन हो रहा है.
उन्होंने कहा कि हिंसक चरमपंथ और आतंकवाद कम होने का नाम ही नहीं ले रहे.
संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रमुख ने कहा कि अहिंसा के मामले में वैश्विक नेता होने के नाते इस विश्व संस्था को इस सिद्धांत को बढ़ावा देने के लिए काफी कुछ करने और दूसरों को इस बारे में प्रेरित करने की जरूरत है.
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