प्रेम

Last Updated 15 Feb 2017 07:01:08 AM IST

लोग उपद्रव क्यों करते? इसीलिए क्योंकि उन्हें असुरक्षितता महसूस होती है. उन्हें प्रेम महसूस नहीं होता.


श्री श्री रविशंकर

अक्सर वे सोचते हैं, ‘मैं अपने अपनी पत्नी और बच्चों के लिए इतना कुछ करता हूं, मैंने पूरी जिंदगी सुबह से शाम उनके लिए बलिदान कर दी, फिर भी उन्हें मेरी परवाह नहीं है. यह भावना उनके हृदय को पकड़ लेती हैं. उनकी पूरी जिंदगी में, उन्हें जगहों पर जाकर चीजों को देखने के बहुत अवसर नहीं मिल पाए हैं. तो जब उन्हें बदले में कोई प्रेम या मान नहीं मिलता, तो वे गुस्सा/नाराज हो जाते हैं.

जब कोई उनकी बात नहीं सुनता और उनको सम्मान नहीं मिलता तो फिर गुस्सा बढ़ जाता है. हालांकि, वे खुद ही सम्मान पाने के लिए वैसा व्यवहार नहीं करते, फिर भी यह बात समझ नहीं आती है. उनका व्यवहार ऐसा नहीं है कि आप उन्हें सम्मान नहीं दे सकते,पर क्या वे यह बात जानते हैं? तो आपको यह करना पड़ेगा कि, वे जब अच्छे मूड में हो तब आपको उनके पास जाकर यह पूछना पड़ेगा, ‘पिताजी, आपको क्या चाहिए? मैं आपके लिए क्या कर सकता हैं ? देखो, कोई भी हमेशा गुस्से की स्थिति में नहीं होता! लोग अच्छे मूड में भी होते हैं.

जब वे अच्छे मूड में हो तब आप बात कर सकते हैं. जब वे अच्छे मूड में नहीं होते हैं, आप उनसे यह पूछ सकते हो कि आप उनके लिए क्या कर सकते हैं? जब वह सबसे खराब मूड में हो, तो वहां से बस हट जाएं. तो आपके पास तीन विकल्प हैं लोगों को प्रेम और कुशल बातचीत के द्वारा जीतने का. आज ही, एक महिला ने आकर मुझसे कहा कि उनकी सास बहुत हंगामा कर रही है. उन्हने मुझसे कहा, ‘यह मेरी दूसरी शादी है, लेकिन ऐसा लग रहा है कि यह शादी भी टूट जाएगी. मेरी पहली शादी भी मेरी सास की वजह से टूट गई.

अब मुझे इतना भय लगता लगता है कि यह (शादी) भी टूट जाएगी’, और यह कहते हुए वह रोने लगी. मैंने उनसे कहा, वह केवल आपकी सास ही तो है, तो उनका विश्वास कीजिए और बस उनके साथ सहमत सहमत हो जाए. यदि वह दिन को रात और रात को दिन कहे, तो आप कहे , ‘हां मां, जरूर.’ जब वह सबसे खराब मूड में हो, तो वहां से बस हट जाएं. उनके साथ वाद-विवाद करना मूर्खता है. यदि किसी का मूर्ख लोगों से सामना हो जाए तो क्या कर सकते हैं? ऐसे मामलों में हमारे पास केवल अल्प विकल्प होता है. अपितु खेलते-खेलते उनके रास्ते पर चलना होता है.



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment