एम्मार ने एमजीएफ और श्रवण गुप्ता पर धोखाधड़ी और भूमि खंड के अवैध हस्तांतरण का आरोप लगाया

Last Updated 24 Jan 2021 12:59:56 PM IST

में एमजीएफ ग्रुप, इसके प्रमोटर श्री श्रवण गुप्ता और सहयोगियों के साथ ओखला, दिल्ली में भूमि खंड के संबंध में डील करने के खिलाफ जन साधारण को आगाह किया है। इस भूमि का 2008 में मूल्य लगभग ₹5 बिलियन था और वर्तमान में इसका मूल्य और भी ज्यादा हो सकता है।


श्रवण गुप्ता
एम्मार ने इस आशय के लिए एक सार्वजनिक नोटिस भी जारी किया है। सार्वजनिक नोटिस में विस्तार से बताया गया है कि एम्मार ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) से संपर्क किया है, जिसमें श्री श्रवण गुप्ता और एमजीएफ समूह द्वारा अवैध आचरण का आरोप लगाया गया है, जिससे एम्मार इंडिया लिमिटेड (पूर्व में, एम्मार एमजीएफ लैंड लिमिटेड) को संपत्तियों और निधियों का नुकसान हुआ है। 
 
हमें विश्वसनीय सूत्रों द्वारा सूचित किया गया कि एमजीएफ ओखला भूमि खंड की डील  करना चाहता है। हम जन साधारण को एमजीएफ ग्रुप, एसएसपी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड, श्री श्रवण गुप्ता, सुश्री शिल्पा गुप्ता या उनके किसी सहयोगी / संबंधित संस्थाओं या व्यक्तियों से डील करने के लिए सावधान करना चाहते हैं। यह नोटिस विशेष रूप से ओखला, मथुरा रोड, नई दिल्ली में लगभग 4.88 एकड़ के भूमि खंड से संबंधित है। कंपनी ने आज यहां एक बयान में कहा कि इस भूमि का 2008 में मूल्य लगभग ₹5 बिलियन था और आज और भी अधिक हो सकता है”,।
 
 
एम्मार इंडिया दुबई स्थित एम्मार और श्री श्रवण गुप्ता की एमजीएफ डेवलपमेंट लिमिटेड के बीच एक संयुक्त उद्यम था। एमार प्रॉपर्टीज, जो दुनिया के प्रमुख रियल एस्टेट डेवलपर्स में से एक है, ने 2005 में रियल एस्टेट क्षेत्र में सबसे बड़े एफडीआई में से एक के साथ भारतीय रियल एस्टेट में प्रवेश किया।
 
जब एम्मार ने एम्मार इंडिया का प्रबंधन नियंत्रण अपने हाथ में लिया, तब इसे 2016 से पहले पार्टी से संबंधित किए गए अनेक अनधिकृत लेनदेनों का पता चला। जांच करने के बाद, एम्मार ने भारतीय कानून के तहत उपलब्ध आवश्यक उपचारों के लिए कदम उठाये। एम्मार ने संपत्तियों अथवा निधियों के निस्तारण की प्रासंगिक तारीख से ₹24 बिलियन तथा ब्याज की वसूली करने की मांग की है। नवंबर 2019 में एनसीएलटी दिल्ली के समक्ष मुकदमा दर्ज किया गया था।
 
एम्मार ने कहा कि "उन्हें सूचित किया गया है कि श्री श्रवण गुप्ता और उनका परिवार भारत से बाहर है और हाल ही में एक बाहरी मामले में न्यायालय के आदेश से पता चला है कि वह और उसका परिवार डोमिनिका के राष्ट्रमंडल की नागरिकता लेना चाहते हैं"। एम्मार भारतीय कानून के तहत अपने उपचारों को जारी रखेगा। एम्मार को भारतीय कानून प्रणाली और न्यायपालिका पर भरोसा है और आश्वस्त है कि कानूनी प्रक्रिया एमजीएफ और श्री श्रवण गुप्ता को पकड़ लेगी।

New Delhi


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