मणिपुर में सतर्कता है जरूरी
मणिपुर में सुरक्षा बलों ने पांच घाटी जिलों में छापामारी कर तीन सौ राइफलें व अन्य हथियार बरामद किए। इसके साथ ही जबरन वसूली करने वाले प्रतिबंधित संगठनों के पांच उग्रवादियों को भी गिरफ्तार किया।
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मणिपुर पुलिस, सीआरपीएफ, सेना व असम राइफल्स की संयुक्त टीम ने विस्फोटकों व अन्य युद्ध सामग्री बरामद की।
इसमें 151 एसएलआर राइफलें, 65 इंसास राइफलें, 73 अन्य प्रकार की राइफलें, बारह हल्की मशीन गनें, पांच कार्बाइन गन, दो एमपी-5 गन, छह एके सीरीज राइफलें, दो अमोघ राइफल, एक मोर्टार, छह पिस्तौलें, दो फ्लेयर बंदूकें, दस ग्रेनेड, सात डेटोनेटर व एक एआर-15 समेत कुल 328 बंदूकें व राइफलें बरामद कीं।
यह खुफिया ऑप्रेशन मणिपुर में समान्य स्थिति बहाल करने, सार्वजनिक व्यवस्था कायम करने, नागरिकों व उनकी संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयासों के लिहाज से किया गया।
राज्य की पुलिस ने आम जनता से व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि या अवैध हथियारों से जुड़ी सूचना तत्काल नजदीकी पुलस स्टेशन या केंद्रीय निरीक्षण केंद्र को राज्य में सामान्य देने की अपील की है। जब्त किया गया जखीरा देख कर कहा जा सकता है कि आतंकी युद्ध की भूमिका बना रहे हैं।
उनका असल मकसद कुकी व मैतई विद्रोह के बीच फायदा उठाकर राज्य में अमन-चैन तबाह करना है। राज्य की सार्वजनिक व्यवस्था सुचारू बनाने व सामान्य स्थिति बहाल करने के सरकारी प्रयास जारी हैं। लंबे अरसे से संघषर्रत राज्य में आम जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित है। बड़ी संख्या में लोग पड़ोसी राज्यों में पलायन कर चुके हैं। रोजगार व आमदनी के साधन चरमरा चुके हैं। घर, दुकान, प्रतिष्ठानों कों बहुत क्षति पहुंची है।
इतनी बड़ी संख्या में हथियारों की बरामदगी आतंकियों/ उपद्रवियों के इरादों की द्योतक है। मगर सवाल यह भी है कि चाक-चौबंद सुरक्षा-व्यवस्था व मुस्तैदी के दरम्यान ये अवैध हथियार कैसे राज्य की सीमा के भीतर पहुंच रहे हैं। सीमाओं पर सख्ती के अतिरिक्त घाटी वाले इलाकों पर सतर्कता जरूरी है।
राजनीति से इतर इस संघर्ष को रोकने के तत्काल प्रयास बेहद जरूरी हैं। केंद्र द्वारा की जाने वाली उपेक्षा को लेकर पूर्वोत्तर राज्य हमेशा त्योरियां चढाये रहते हैं। इस पर विचार किया जाना चाहिए। इन छोटे राज्यों के विकास और स्थानीय युवाओं को राजगार देने जैसी मूल दिक्कतों का निस्तारण करने में लापरवाही हमेशा नकारात्मक नतीजे ही देने वाली साबित होगी।
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