विवाद की बुनियाद

Last Updated 26 Jul 2023 01:55:03 PM IST

हॉलीवुड निर्देशक क्रिस्टोफर नोलन की फिल्म ओपनहाइमर (Oppenheimer) भारत में प्रदर्शित होते ही विवादों में घिर गयी। अब केन्द्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने इस पर केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड से स्पष्टकरण मांगा।


विवाद की बुनियाद

साथ ही सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश भी दिये। ठाकुर ने वह दृश्य मांगा है, जिसमें कथित तौर पर नायक दैहिक संबंधों के दरम्यान भगवत गीता का श्लोक पढ़ता प्रतीत हो रहा है। बोर्ड से फिल्म को मंजूरी देने वाले शख्स की जवाबदेही तय करने को भी मंत्री ने कहा। बोर्ड ने फिल्म को यू/ए रेटिंग दी है जिससे यह तेरह साल से ज्यादा उम्र के दर्शकों के उपयुक्त हो गयी। फिल्म में क्वांटम भौतिकविद् रॉबर्ट ओपनहाइमर बने सिलियल मर्फी मनोवैज्ञानिक की भूमिका निभा रही फ्लोरेंस प्यू के साथ सेक्स कर रहे हैं।

बताया जा रहा है कि उसी दरम्यान भ्रमित ओपनहाइमर यह श्लोक पढ़ता है जिसका अर्थ है-मैं ही मृत्यु, सृष्टि का संहारक हूं। हालांकि असल में ना तो सीन में कोई किताब नजर आ रही है, ना ही हिन्दुओं की इस पवित्र पुस्तक के नाम का कहीं उल्लेख है। बस कुछ अक्षर हैं, जो संस्कृत के प्रतीत हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इस पर गहरी आपत्ति दर्ज करते हुए, इसे भागवत् गीता का श्लोक बताया। यह दुनिया का पहला एटम बम बनाने वाले वैज्ञानिक के संघर्ष पर आधारित किताब पर बनायी गयी फिल्म है।

हालांकि इस विवाद का फिल्म पर कोई असर होता तो पहले ही वीकेंड में यह 49 करोड़ की कमाई नहीं कर पाती। पिछले काफी समय से सिनेमाप्रेमियों का खास वर्ग देसी ही नहीं, विदेशी फिल्मों को लेकर भी विशेष सतर्क होता नजर आ रहा है। सोशल मीडिया जैसे प्लेटफार्म्स पर उन्हें प्रतिरोध करने का सार्वजनिक मंच भी उपलब्ध है। सकारात्मक बात कही जा सकती है कि सरकारी तंत्र भी इसे गंभीरतापूर्वक लेने लगा है।

यह जानने की जरूरत है, क्या वाकई में यह गीता का श्लोक है या फौरी तौर पर लगे अंदाजे पर ही विरोध चालू हो गया। कलात्मकता और प्रयोगधर्मिता को हमेशा व्यापक क्षेत्र प्राप्त होना चाहिए। मगर इस बात से नहीं मुकरा जा सकता कि कला की आड़ में किसी भी धर्म या समुदाय की भावनाएं आहत हों। विश्व पटल पर ढरों ऐसी फिल्मों और  रचनाओं का निर्माण हुआ है, जो बाद में हमारी धरोहर साबित हुई। जबकि शुरुआत में उनको लेकर जनाक्रोश पनपा था। इसलिए निर्देशक और लेखकों के उचित जवाब/स्पष्टीकरण का भी ख्याल रखा जाना जरूरी है।



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment