अभियान को धार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मैं हूं चौकीदार अभियान के तहत एक साथ देश भर के कार्यकर्ताओं से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संवाद से चुनाव प्रचार को नई धार देने की कोशिश की है।
![]() अभियान को धार |
मोदी द्वारा आरंभिक वक्तव्य में की गई चौकीदार की व्याख्या को नया आयाम देकर उन्होंने नेताओं-कार्यकर्ताओं में आत्मविश्वास भरने का काम किया कि कोई चौकीदार कहने पर मजाक उड़ाता है तो उसको करारा जवाब दिया जा सकता है।
वस्तुत: राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री को ‘चौकीदार चोर है’ कहने के बाद से कांग्रेस ने जिस तरह इसे चुनाव का मुख्य नारा बना दिया उसके जवाब में प्रधानमंत्री ने अभियान आरंभ किया और ट्विीटर पर भारी संख्या में भाजपाइयों और समर्थकों ने अपने नाम के साथ चौकीदार लगा लिया है। भाजपा के लिए आम चुनाव का यह अभी तक का सबसे बड़ा नारा है, जिस पर अनेक उप-नारे, तुकबंदियां और गीत आ गए हैं।
पहले मोदी ने चौकीदारों या सिक्युरिटी गाडरे के साथ संवाद करके उसे नया आयाम दिया था। दूसरे संवाद में चुनाव प्रचार के एजेंडा के साथ कार्यकर्ताओं और समर्थकों को विपक्ष के आरोपों का जवाब देने के तरीके भी सुझाए। देश को भी भरोसा दिलाने का प्रयास किया कि भारत को दुनिया की महाशक्ति बनाने का उनका एक सपना है, जिसका इन पांच सालों में आधार बनाया है और इसे आगे ले जाने के लिए उन्हें पुन: जनादेश चाहिए। उन्होंने कहा कि इन पांच सालों में तो हमने आवश्यकता को पूरा करने की दिशा में काम किया है।
इसमें जो बच गया है, उसे पूरा करने तथा लोगों की आकांक्षाओं को पाने के लिए काम करना है। भ्रष्टाचार के मामले पर उन्होंने कहा कि अभी तक हमने भ्रष्टाचारियों को जेल के दरवाजे तक पहुंचाया है। उन्हें अंदर ले जाने का काम बाकी है। इस तरह उन्होंने इस कार्यक्रम का बहुआयामी उपयोग किया। इससे पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को यकीनन चुनाव में काम करने के लिए काफी वैचारिक सामग्री और दिशा मिली होगी। किंतु आम मतदाता इससे कितने प्रभावित हुए होंगे, इसका केवल अनुमान लगाया जा सकता है।
हालांकि इस कार्यक्रम से देश को प्रधानमंत्री मोदी के विजन तथा भविष्य की कार्ययोजना की संक्षिप्त जानकारी अवश्य हुई। इससे उनको अपना मत बनाने में ज्यादा आसानी होगी। साथ ही, चुनावी बहस को भी एक दिशा मिली है। विपक्ष चाहे तो इसके समानांतर तथ्यों और तकरे के साथ अपनी बातें रखकर बहस को सकारात्मक दिशा दे सकता है। यह भारतीय राजनीति के लिए भी अच्छा होगा।
Tweet![]() |