टी-20 विश्व कप : भारत के लिए जीत से ही तय होगी सेमीफाइनल की राह

Last Updated 31 Oct 2021 05:58:50 AM IST

पाकिस्तान से मिली हार के बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ रविवार को टी-20 विश्व कप सुपर 12 चरण का मुकाबला भारतीय टीम के लिए ‘करो या मरो’ का होगा और विराट कोहली की कप्तानी की भी यह अग्निपरीक्षा होगी जिसमें उन्हें अपनी टीम से अपेक्षाओं पर खरे उतर पाने की उम्मीद होगी।


विराट कोहली

पिछले रविवार को पाकिस्तान से दस विकेट से मिली करारी हार को भुलाकर भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने प्रदर्शन में काफी सुधार करना होगा। न्यूजीलैंड जैसी बेहतरीन टीम के सामने यह उतना आसान नहीं है। टिम साउदी और ट्रेंट बोल्ट खासकर भारतीय बल्लेबाजों के लिए अक्सर परेशानी का सबब बनते आये हैं। न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन शत प्रतिशत फिट नहीं है और मार्टिन गुप्टिल के पैर में भी चोट है।

डेवोन कोंवे हालांकि बेहद आक्रामक और खतरनाक बल्लेबाज हैं। भारत के गेंदबाज पाकिस्तान के खिलाफ बुरी तरह नाकाम रहे थे लेकिन यहां कोई कोताही चल नहीं सकेगी। पूरी तरह से फिट नहीं होने के बावजूद खेल रहे हार्दिक पंड्या और खराब फॉर्म से जूझ रहे भुवनेर कुमार भारतीय टीम की कमजोर कड़ियां साबित हुए हैं। कमर की चोट से उबरने के बाद से हार्दिक चिर परिचित फॉर्म में नहीं हैं और उनका करियर अब दांव पर लगा है।

मुकाबला आज शाम 7.30 बजे से

नेट पर उनका गेंदबाजी अभ्यास करना ही इस बात का द्योतक है कि वह किस कदर दबाव में है। उनकी टीम मुंबई इंडियंस भी उन्हें आईपीएल नीलामी पूल में डालने जा रही है लिहाजा उनके पास अधिक समय नहीं बचा है। भुवनेर का संभवत: यह आखिरी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट है। पिछले दो सत्र में उनकी रफ्तार काफी गिरी है और दीपक चाहर जैसे युवा गेंदबाजों से प्रतिस्पर्धा अब उनके लिए  कठिन हो गई है।  भारत ने हाल ही में टेस्ट प्रारूप में पहला मैच हारने के बाद शानदार वापसी करके दिखाई है। बतौर टी20 कप्तान अपना आखिरी टूर्नामेंट खेल रहे कोहली भी इतनी आसानी से हार मानने वालों में से नहीं है। यहां नाकामी के मायने हैं कि 50 ओवरों और टेस्ट प्रारूप में भी उनकी कप्तानी को लेकर सवाल उठने लगेंगे।

कोहली ऐसे खिलाड़ी हैं जो प्रतिकूल परिस्थितियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का माद्दा रखते हैं और उन्हें ऐसी चुनौतियां पसंद भी आती है। कई मौकों पर वह टीम के संकटमोचक रह चुके हैं लेकिन पिछले कुछ अर्से में कप्तान कोहली और बल्लेबाज कोहली का सामंजस्य देखने को नहीं मिला। भारतीय टीम का टूर्नामेंट के आखिरी चरण तक खेलना सिर्फ उसके करोड़ों प्रशंसकों की भावनात्मक जरूरत ही नहीं है बल्कि टूर्नामेंट के व्यावसायिक हितों के लिए भी यह जरूरी है। कमोबेश आसान समूह में होने के बावजूद आईपीएल में स्टार साबित होने वाले भारतीय दिग्गजों के टूर्नामेंट से जल्दी बाहर होने में अब एक जीत या हार भर का अंतर है।

ट्रेंट बोल्ट को शाहीन की तरह गेंदबाजी की उम्मीद

न्यूजीलैंड के प्रमुख तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने उम्मीद जतायी कि आईसीसी टी-20 विश्व कप में रविवार को अहम मुकाबले में वह बायें हाथ के तेज गेंदबाजों के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों की कमजोरी का फायदा उसी तरह से उठा सकेंगे जैसा शाहीन शाह आफरीदी ने किया था। पाकिस्तान के 21 साल के शाहीन ने अपने शुरूआती दो ओवरों में रोहित शर्मा और लोकेश राहुल के विकेट चटकाये थे। पाकिस्तान ने बीते रविवार को खेले गए इस मैच को 10 विकेट से जीता था।

भारतीय शीर्ष क्रम को बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के खिलाफ आउट होते हुए देखने के बाद, बोल्ट दोनों देशों के बीच नॉक-आउट जैसे मैच में वैसा ही प्रदर्शन करना चाहते है। भारत के खिलाफ मैच की पूर्व संध्या पर बोल्ट ने कहा, ‘उस दिन शाहीन ने जिस तरह से गेंदबाजी की, एक बाएं हाथ के गेंदबाज के तौर पर उसे देखना मेरा लिए अद्भुत था। मेरी गेंद भी थोड़ी ¨स्वग करती है और उस दृष्टिकोण से मुझे उम्मीद है कि मैं वही कर सकता हूं जो शाहीन ने उस रात किया था।’

भाषा
दुबई


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