स्टार ने 16347 करोड़ में खरीदे आईपीएल प्रसारण अधिकार

Last Updated 04 Sep 2017 03:09:01 PM IST

भारतीय खेल जगत में क्रिकेट प्रसारण में अपना एकाधिकार जमा चुके स्टार इंडिया ने बेशुमार दौलत से भरपूर इंडियन प्रीमियर लीग के अगले पांच साल के प्रसारण अधिकार सोमवार को 16347.5 करोड़ रूपये (2.5 अरब डॉलर) में खरीद लिये.


(फाइल फोटो)

भारतीय खेल जगत में क्रिकेट प्रसारण में अपना एकाधिकार जमा चुके स्टार इंडिया ने 2018 से 2022 तक पांच साल के लिये आईपीएल के प्रसारण अधिकार खरीदे हैं. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के खजाने में इससे भारी मुनाफा हुआ है. स्टार इंडिया ने आईपीएल के वैश्विक टेलीविान और डिजीटल प्रसारण अधिकार खरीद लिये हैं.

स्टार को मिले इस प्रसारण अधिकार ने भारतीय टेलीविजन बार में अधिकार खरीदने का नक्शा ही बदल दिया है. वर्ष 2009 में सोनी ने वर्ल्ड स्पोर्टस ग्रुप से नौ साल के लिये आईपीएल प्रसारण अधिकार 1.63 अरब डॉलर (8200 करोड़) में खरीदे थे. वर्ल्ड स्पोर्टस ग्रुप ने बीसीसीआई से यह अधिकार 10 वर्षों के लिये 91.8 करोड़ डॉलर में हासिल किये थे. आईपीएल प्रसारण अधिकार का यह चक्र 2017 में समाप्त हो गया था.      
        
स्टार भारत में डिजीटल राइट्स का पिछला अधिकारी था. उसने 2015 से 2017 तक के तीन साल के डिजीटल प्रसारण अधिकार के लिये 303 करोड़ रूपये दिये थे.
         
आईपीएल के प्रसारण अधिकार हासिल करने के लिए काफी मारामारी थी और इसके लिये 24 कंपनियां मैदान में थीं. प्रसारण अधिकार प्राप्त करने के लिए जो कंपनियां मैदान में कूदी थीं उनमें फॉलोऑन इंटरेक्टिव मीडिया, ताज टीवी इंडिया, स्टार इंडिया, सोनी, टाइम्स इंटरनेट, सुपर स्पोर्ट इंटरनेशनल, रिलांयस जियो डिजिटल सर्विस, गल्फ डीटीएच, ग्रुप एम मीडिया इंडिया, बीइनआईपी, इकोनेट मीडिया, स्काई यूके, बीटीजी लीगल सर्विसिज, बीटी पीएलसी, एमेन, फेसबुक, ट्विटर, ईएसपीएन डिजिटल मीडिया, डिस्कवरी, एयरटेल, बैमटैक, यप टीवी, डीएजेडएन, परफार्म ग्रुप व याहू शामिल थीं.

कुल 24 कंपनियों ने निविदा दस्तावेज खरीदे थे जिनमें से 14 ने ही प्रसारण के लिये अपनी बोलियां लगाई. प्रसारण अधिकारों के लिये जो वर्ग रखे गये थे उनमें भारत में टेलीविजन, भारत में डिजीटल, अमेरिका, यूरोप, पश्चिम एशिया, अफ्रीका और शेष विश्व के लिये अधिकार शामिल थे.
        
पांच अंतर्राष्ट्रीय बारों के लिये बोलियां टेलीविजन और डिजीटल दोनों को लेकर शामिल थीं. स्टार ने एक मुश्त बोली लगाकर सभी अधिकार खरीद लिये हैं. स्टार की बोली व्यक्तिगत बोलियों से कहीं ज्यादा थी.
        
स्टार इंडिया के अध्यक्ष उदय शंकर ने आईपीएल अधिकार खरीदने के बाद कहा हमारा मानना है कि आईपीएल इस समय क्रिकेट की सबसे महंगी और दुनिया में खेलों के बीच एक महंगी प्रापर्टी है. हम डिजीटल और टीवी पर क्रिकेट प्रशंसकों को बहुत कुछ दे सकते हैं. हम इस बात के लिये प्रतिबद्ध हैं कि इस देश में खेलों को बढ़ावा देने के लिये काम करते रहे हैं जहां क्रिकेट को लेकर खासा जुनून है.



स्टार की 16347.5 करोड़ रूपये की बोली के मुकाबले सोनी की बोली 11050 करोड़ रूपये थी. आईपीएल अधिकारों के लिये सबसे ज्यादा क्षेत्रीय संयुक्त बोली 15819.54 करोड़ रूपये थी जबकि स्टार की एकमुश्त बोली इससे कहीं ज्यादा निकली जो 16347.5 करोड़ रूपये थी.

आईपीएल अधिकारों के लिये सोनी और स्टार इंडिया में जबरदस्त होड़ चली लेकिन अंत में स्टार का दावा ज्यादा मजबूत निकल गया. 24 कंपनियों में से 11 ने तो बोली प्रक्रिया में हिस्सा ही नहीं लिया जिनमें एमेन, ईएसपीएन डिजीटल मीडिया, ट्विटर और डिस्कवरी शामिल थे. बोली को निविदा प्रक्रिया के रूप में आयोजित किया गया. हालांकि ई-नीलामी की भी बात उठी थी लेकिन बीसीसीआई ने इसका विरोध किया था.
        
बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने बोली से पूर्व कहा था कि आईपीएल वैश्विक स्तर पर क्रिकेट का सबसे बड़ा टूर्नामेंट है और दुनिया की दिग्गज कंपनियों ने ही इसमें निवेश करने में अपनी दिलचस्पी दिखाई है जिनसे बोर्ड को ऐतिहासिक कमाई होने की उम्मीद थी. हालांकि बोर्ड ने बोली से पूर्व करीब 20 हजार करोड़ रूपये की कमाई का पूर्वानुमान लगाया था और स्टार का आंकड़ा बीसीसीआई की उम्मीद से कुछ कम रहा. लेकिन यह पिछले अधिकारों से दोगुना से भी अधिक है.

भाषा


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