नये गेंदबाजों पर धोनी के प्रभाव की तुलना नहीं की जा सकती: कुलदीप

Last Updated 29 Aug 2017 10:15:57 PM IST

भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव का मानना है कि उनकी गेंदबाजी को महेंद्र सिंह धोनी से बेहतर कोई नहीं परख सकता जो गुरुवार को अपना 300वां एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने की तैयारी कर रहे हैं.


भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव (फाइल फोटो)

बायें हाथ का यह चाइनामैन गेंदबाज श्रीलंका के खिलाफ पहले तीन एकदिवसीय मैचों में नहीं खेला लेकिन श्रृंखला में विजयी बढ़त बनाने के बाद कुलदीप को अंतिम एकादश में जगह मिलने की उम्मीद है क्योंकि कप्तान विराट कोहली प्रयोग करने की कोशिश करेंगे. कुलदीप ने कहा,   मेरे जैसे युवा गेंदबाज पर एमएस धोनी के प्रभाव के बारे में बताने के लिए शब्द नहीं हैं. 

उन्होंने कहा,   अगर आप उनसे बात करोगे, जैसे कि पिछले छह महीने से मैं कर रहा हूं, तो बेशक उनसे सीखने के लिए काफी कुछ मिलेगा. मैं अपनी गेंदबाजी को लेकर उनसे बात करता रहता हूं. 

कुलदीप ने कहा,  आपको परखने के लिए उससे बेहतर कोई नहीं है क्योंकि वह विकेट के पीछे से आपको देख रहा है और मुझे बताता रहता है कि क्या करने की जरूरत है. मुझे बेहद गर्व है कि मैं उसके साथ खेल रहा हूं और बेहद भाग्यशाली हूं कि उसके 300वें मैच में खेल सकता हूं. 

अनिल कुंबले और रवि शास्त्री की कोचिंग शैली के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा,   मैं इस पर अधिक ध्यान देता हूं कि टीम के लिए स्वयं में क्या सुधार कर सकता हूं. इसके लिए मैं अनिल सर से बात करता था और मैं इसी चीज के लिए रवि सर से बात करता हूं.  

वेस्टइंडीज दौरे पर पांचों एकदिवसीय मैचों में खेलने वाले कुलदीप को यहां अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है क्योंकि श्रीलंका के खिलाफ टीम ने अक्षर पटेल और युजवेंद्र चहल को मौका दिया है.

उन्होंने कहा,   अधिक मैच खेलने के साथ स्पिनरों में सुधार होता है. इसलिए पिछले छह महीने में अंतरराष्ट्रीय मैचों में गेंदबाजी करके मैंने काफी कुछ सीखा है. उदाहरण के लिए दबाव से कैसे निपटा जाए, विशेषकर जब आपके सामने बेहतर बल्लेबाज हो और वह अच्छा खेल रहा हो. अधिक मैच खेलकर ही आप यह सीख सकते हो.  

कुलदीप ने कहा,   मैं इसे (प्रतिस्पर्धा को) सकारात्मक रूप से लूंगा क्योंकि स्वस्थ प्रतिस्पर्धा टीम के लिए अच्छी है. जब मुझे मौका मिलेगा तो मैं भी अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगा, यही मेरा लक्ष्य है.  



टेस्ट से एकदिवसीय मैचों में मानसिकता में बदलाव के बारे में पूछने पर कुलदीप ने कहा,   लाल से सफेद गेंद से क्किेट में काफी बदलाव होता है. बल्लेबाज आप पर अधिक आक्रमण करने की कोशिश करते हैं क्योंकि वे अधिक रन बनाना चाहते हैं.  

उन्होंने कहा,   टेस्ट मैचों में विकेटों के लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होती है और एकदिवसीय मैचों में विकेट हासिल करने के लिए आपके पास सिर्फ 10 ओवर होते हैं. लेकिन बल्लेबाज आपके खिलाफ अधिक जोखिम उठाता है.  

भारत ने 2019 एकदिवसीय विश्व कप की तैयारी पहले ही शुरू कर दी है और इसे देखते हुए  कुलदीप अपनी फिटनेस और क्षेत्ररक्षण में सुधार करने को लेकर उत्सुक हैं. उन्हें हालांकि अपनी स्पिन गेंदबाजी की बदौलत की कप्तान विराट कोहली का पूरा समर्थन हासिल है.

उन्होंने कहा,   विराट भाई अन्य चीजों की तुलना में मुझे फिटनेस पर अधिक काम करने के लिए कहते हैं. लेकिन वह मुझे गेंदबाजी पर काम करने के लिए भी कहते हैं. यह अच्छा है कि कप्तान को मेरे उपर विवास है और वह कलाई के स्पिनरों पर भरोसा करते हैं. यह टीम के लिए भी अच्छा है. मुझे लगता है कि मेरे अंदर काफी सुधार हुआ है. जब मैं अंडर 19 भारतीय टीम के लिए खेलता था तो काफी फिट नहीं था. आज मैं महसूस करता हूं कि मैं कहीं अधिक फिट हूं.

 

 

भाषा


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