चुन्नी गोस्वामी के निधन पर खेल जगत में शोक, BCCI से लेकर सुनील छेत्री तक ने दी श्रद्घांजलि
सुनील गावस्कर से लेकर सुनील छेत्री तक क्रिकेट और फुटबॉल जगत ने भारतीय खेल जगत के महानायक सुबीमल चुन्नी गोस्वामी को श्रद्धांजलि दी, जिनका गुरुवार को कोलकाता में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।
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छेत्री ने ट्वीट किया, "हमने आज भारतीय फुटबाल को रोशनी दिखाने वाला एक चिराग खो दिया है। बहुत कम ही लोग दो खेलों में इतनी ऊंचाइयां छूते हैं। परिवार को मजबूती मिले।"
We’ve lost one of the leading lights of Indian sport today. Not too many can boast of being top-notch in two different sports. You played your part to the fullest, rest well, Chuni sir. Strength to the family.
— Sunil Chhetri (@chetrisunil11) April 30, 2020
पूर्व कप्तान भूटिया ने कहा कि भारतीय फुटबाल ने पी.के. बनर्जी और चुन्नी सर के रूप में दो सितारे खो दिए। बनर्जी का पिछले महीने निधन हुआ था।
भूटिया ने कहा, "यह काफी बड़ा नुकसान है। यह भारतीय फुटबाल का बुरा दौर है। जब भी भारतीय फुटबाल का जिक्र होगा आप चुन्नी गोस्वामी और पी.के. बनर्जी का नाम लेंगे।"
उन्होंने कहा, "मैंने चुन्नी दा से ज्यादा बात नहीं की थी, लेकिन जब मैं मोहन बागान में था तब मैं उनसे मिला था। उनके चेहरे पर हमेशा हंसी रहती थी, वह जेंटलमैन थे।"
Rest in peace chuni da pic.twitter.com/r8cTyS6wRt
— Bhaichung Bhutia (@bhaichung15) April 30, 2020
गोस्वामी 1962 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम के कप्तान थे और वह बंगाल के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट भी खेले थे।
वह पिछले कुछ समय से मधुमेह, प्रोस्ट्रेट और तंत्रिका तंत्र संबंधित बीमारियों से जूझ रहे थे। वह आई लीग क्लब मोहन बागान क्लब के लिए भी खेल चुके थे।
उन्होंने मोहन बागान के लिए 1956 से 1964 तक 50 मैच खेले थे। एक क्रिकेटर के तौर पर उन्होंने 1962 से 1973 तक अपने राज्य के लिए 46 प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच खेले थे।
बीसीसीआई ने भी उनके निधन पर ट्वीट करते हुए लिखा, "बीसीसीआई सुबीमल चुन्नी गोस्वामी के निधन पर शोक व्यक्त करती है। वह सही मायने में हरफनमौला थे। उन्होंने भारतीय फुटबाल टीम की कप्तानी की थी और 1962 में टीम को एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक दिलाया था। वह बंगाल के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेले थे और टीम को रणजी ट्रॉफी 1971-72 के फाइनल में पहुंचाने में अहम किरदार निभाया था।"
BCCI mourns the death of Subimal ‘Chuni’ Goswami, an all-rounder in the truest sense. He captained the Indian national football team & led to them to gold in the 1962 Asian Games. He later played first-class cricket for Bengal & guided them to the final of Ranji Trophy in 1971-72 pic.twitter.com/WgXhpoyLaB
— BCCI (@BCCI) April 30, 2020
मोहन बागान ने ट्वीट किया, "हम क्लब के महान खिलाड़ी सुबीमल चुन्नी गोस्वामी के निधन पर दुखी हैं। इस मुश्किल समय में हमारी संवेदनाएं और दुआएं उनके परिवार के साथ हैं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।"
We’re deeply saddened by the passing of former player and club Legend Sri Subimal (Chuni) Goswami, aged 83.
— Mohun Bagan (@Mohun_Bagan) April 30, 2020
Our thoughts and prayers are with his family during this difficult time.
Rest in peace, Chuni Goswami. pic.twitter.com/H7yERNYNLN
ईस्ट बंगाल ने एक बयान में लिखा, "क्यूईबीएफसी पूर्व अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी सुबीमल चुन्नी गोस्वामी के निधन पर शोक व्यक्त करता है। वह दो खेलों में अपने बेहतरीन योगदान के लिए याद किए जाएंगे। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।"
वहीं बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) ने भी चुन्नी को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा है, "हमें काफी भरे मन से यह बताना पड़ रहा है कि हमें चुन्नी गोस्वामी के निधन का समाचार मिला। यह एक तरह से खेल जगत का नुकसान है।"
सीएबी ने बताया, "सीएबी का झंडा शुक्रवार को महान खिलाड़ी के सम्मान में आधा झुका रहेगा।"
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