आठ बॉक्सरों को ओलंपिक कोटा, मैरीकॉम व पंघाल एशिया/ओसनिया ओलंपिक क्वालीफायर के सेमीफाइनल में
छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरीकॉम (51 किग्रा), विश्व चैंपियनशिप के रजत विजेता अमित पंघाल (52), कॉमनवेल्थ गेम्स के स्वर्ण पदक विजेता विकास कृष्णन (69), एशियाई चैंपियनशिप की स्वर्ण विजेता पूजा रानी (75), लवलीना बोरगोहेन (69), सिमरनजीत कौर (60), आशीष कुमार (75) और सतीश कुमार (91 किग्राप्लस) ने एशिया/ओसनिया ओलंपिक क्वालीफायर मुक्केबाजी में अपने-अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले जीत कर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है।
![]() अम्मान : एमसी मैरीकॉम को विजेता घोषित करता रेफरी। |
इस तरह भारत के आठ मुक्केबाजों ने सेमीफाइनल में पहुंच कर ओलंपिक कोटा हासिल कर लिया। भारत ने अब 2012 के लंदन ओलंपिक में आठ कोटा स्थान हासिल करने के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी कर ली है। भारत ने 2016 के पिछले रियो ओलंपिक में छह कोटा स्थान हासिल किए थे।
दूसरी वरीय मैरीकॉम ने क्वार्टर फाइनल में फिलीपींस की आयरिश मैग्नो पर 5-0 की आसान जीत से दूसरी बार ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया। मैरीकॉम ने 2012 लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक हासिल किया था जब महिला मुक्केबाजी को पहली बार इस महासमर में शामिल किया गया था। अब 37 साल की इस अनुभवी मुक्केबाज का सामना सेमीफाइनल में चीन की युआन चांग से होगा जो पूर्व युवा ओलंपिक चैंपियन हैं।
इससे पहले विश्व चैंपियनशिप के रजत पदकधारी और शीर्ष वरीय भारतीय मुक्केबाज पंघाल ने पहली बार ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया। मौजूदा एशियाई और एशियाई चैंपियनशिप स्वर्ण पदकधारी पंघाल ने क्वार्टर फाइनल में फिलीपींस के कालरे पालाम को 4-1 से शिकस्त दी और सेमीफाइनल में स्थान सुनिश्चित किया। पंघाल ने मुकाबले के बाद कहा, ‘मैं अपना ओलंपिक कोटा अपने अंकल राज नारायण को समर्पित करना चाहता हूं, उनका आज जन्मदिन है और वो मेरा काफी उत्साह बढाते हैं।’
वहीं विश्व कांस्य पदक विजेता कौशिक क्वार्टर फाइनल में मंगोलिया के तीसरे वरीय चिंगजोरिग बातारसुख से 2-3 से हार गए। कौशिक ओलंपिक कोटा हासिल करने की दौड़ में बने हुए हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें क्वार्टर फाइनल में हारने वाले मुक्केबाज से बाक्स-ऑफ में जीतना होगा क्योंकि 63 किग्रावर्ग से शीर्ष छह मुक्केबाज टोक्यो ओलंपिक का टिकट कटाएंगे। कौशिक बाक्स-ऑफ में आस्ट्रेलिया के कॉमनवेल्थ गेम्स के चैंपियन हैरिसन गारसाइड से भिड़ेंगे जिनसे वह 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स के फाइनल में भिड़े थे और हार गए थे।
तेईस साल के पंघाल 2018 एशियाई खेलों के सेमीफाइनल में और 2019 विश्व चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में पलाम को हरा चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने कोचों के निर्देशों का पालन किया। मैंने सुनिश्चित किया कि वह मुझ पर हावी नहीं हो। मुझे लगता है कि मैं तीनों दौर में काफी निरंतर रहा।’ अब सेमीफाइनल में पंघाल का सामना चीन के जियांगुआन हु से होगा जिन्होंने विश्व कांस्य पदक विजेता और चौथे वरीय कजाकिस्तान के साकेन बिबोसिनोव को 5-0 से मात दी। पंघाल ने कहा, ‘मैंने उसे एशियाई चैंपियनशिप में हराया था और मैं जानता हूं कि उस पर कैसे हावी हुआ जाए।’ पूर्व जूनियर विश्व चैंपियन साक्षी चौधरी (57 किग्रा) ओलंपिक कोटा हासिल करने में असफल रहीं।
| Tweet![]() |