चीन ओपन: सिंधू व प्रणीत दूसरे दौर में पंहुचे, सायना पहले में ही बाहर
भारत की महिला बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल बुधवार को यहां जारी चीन ओपन विश्व टूर सुपर 1000 टूर्नामेंट से बाहर हो गई हैं जबकि पीवी सिंधू ने जीत के दूसरे दौर में जगह बनाई।
चीन ओपन से बाहर हुईं सायना नेहवाल |
भारत की दो ओलंपिक पदक विजेता स्टार महिला शटलरों की चाइना ओपन- 2019 बैडमिंटन टूर्नामेंट में बुधवार को एकल के पहले दौर में मिली जुली शुरूआत रही, जहां पीवी सिंधू ने जीत के दूसरे दौर में जगह बनाई वहीं आठवीं सीड सायना नेहवाल पहले ही दौर में गैर वरीय खिलाड़ी के हाथों उलटफेर का शिकार बन गयीं।
पांचवीं वरीय और विश्व चैंपियनशिप की स्वर्ण विजेता सिंधू ने अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन किया और महिला एकल के पहले दौर में चीन की ली जुईरूई की चुनौती पर आसानी से पार पाते हुये 34 मिनट में 21-18, 21-12 से लगातार गेमों में जीत दर्ज की।
हालांकि आठवीं सीड सायना को महिला युगल वर्ग के पहले दौर में थाईलैंड की बुसानन ओंगबाम्रुंगफान के खिलाफ हार झेलनी पड़ी।
सायना को वर्ल्ड नंबर-8 बुसानन ने सीधे सेटों में 21-10, 21-17 से शिकस्त दी। दोनों खिलाड़ियों के बीच ओलम्पिक खेल केंद्र शिनचेंग जिमनेजियम में खेला गया यह मुकाबला केवल 44 मिनट तक चला।
सायना मुकाबले में शुरुआत से ही थाईलैंड के खिलाड़ी के सामने मुश्किल में नजर आईं और अपनी लय पाने में कामयाब नहीं हो पाई।
इससे पहले, चीन ओपन में सायना का प्रदर्शन सराहनीय रहा है। 2014 में उन्होंने इस टूर्नामेंट का खिताब जीता था और उसके अगले साल फाइनल में भी प्रवेश किया था।
हालांकि, लंदन ओलम्पिक में कांस्य पदक का खिताब जीतने वाली सायना बुसानन के सामने कुछ खास नहीं कर पाई। वह लय में नजर नहीं आई और 69 में से केवल 27 अंक की जीत पाई जबकि बाकी के 42 अंक थाईलैंड के खिलाड़ी ने हासिल किए।
सायना के लिए यह साल अच्छा नहीं रहा है। उन्होंने चोट के बाद वापसी करते हुए मई में न्यूजीलैंड ओपन में हिस्सा, लेकिन फिर चोटिल होने के कारण उन्हें दो महीनों तक कोर्ट से बाहर रहना पड़ा।
थाईलैंड ओपन में भी उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और वह केवल एक मैच जीत पाईं। पिछले महीने स्विटजरलैंड के बासेल में हुई विश्व चैम्पियनशिप में भी उन्हें दूसरे दौर में हार का सामना करना पड़ा था।
उन्होंने जनवरी में केवल इंडोनेशिया मास्टर्स का खिताब जीता था। फाइनल में उन्होंने स्पेन की केरोलिना मारिन को मात दी थी।
पुरूष एकल के पहले दौर में बी साईं प्रणीत ने भी पसीना बहाने के बाद दूसरे दौर में जगह बना ली है। प्रणीत ने थाई खिलाड़ी सूपानयू ए के खिलाफ एक घंटे 12 मिनट तक चले मुकाबले में 21-19, 21-23, 21-14 से जीत दर्ज की।
दोनों खिलाड़ियों के बीच यह अब तक का पांचवां मैच था। प्रणीत ने इन पांच में से चार मुकाबले जीते हैं जबकि थाईलैंड के खिलाड़ी को केवल एक मैच में जीत मिली थी।
मैच के शुरुआत से ही दोनों खिलाड़ियों के बीच टक्कर देखने को मिली। पहले गेम में दोनों खिलाड़ियों ने दमदार शुरुआत की और एक समय स्कोर 5-5 से बराबर था।
इसके बाद, भारतीय खिलाड़ी ने बढ़त बना ली और फिर गेम जीत लिया। दूसरे गेम में थाईलैंड के खिलाड़ी ने वापसी की। गेम बेहद करीबी रहा। सूपानयू ने शुरुआत अच्छी की लेकिन ब्रेक से पहले प्रणीत ने स्कोर 10-10 से बराबर कर दिया।
हालांकि, थाईलैंड के खिलाड़ी ने ब्रेक के बाद ज्यादा गलतियां नहीं की और मुकाबले को बराबरी पर ला खड़ा किया।
तीसरा गेम पूरी तरह से प्रणीत के नाम रहा। उन्होंने दमदार शुरुआत की और सूपानयू को वापसी का मौका न देते हुए मैच जीत अगले दौर में प्रवेश किया।
प्रणीत ने पिछले महीने हुए विश्व चैम्पियनशिप में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था। अंतिम-4 में उन्हें वर्ल्ड नंबर-1 केंटो मोमोटा के खिलाफ हार झेलकर कांस्य से ही संतोष करना पड़ा था।
इससे पहले, प्रकाश पादुकोण ने 36 साल पहले 1983 में विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था।
| Tweet |