नक्सली मांद से निकली युवती ने राष्ट्रीय प्रतियोगिता में जीते पदक
गुवाहाटी में 27 दिसंबर तक हुई अखिल भारतीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में रमीता सोरी ने पूरे प्रदेश में 30 मीटर तीरंदाजी में रजत पदक और 20 मीटर में कांस्य पदक जीते।
रमीता सोरी |
रमीता सोरी नक्सली क्षेत्र बयानार की रहने वाली है।
जिले में तैनात आईटीबीपी के जवानों ने इस बालिका को तराशा और निखारा ही नहीं बल्कि नक्सली मांद से निकाल उसे कोंडागांव कस्तूरबा विद्यालय में प्रवेश दिलवाया। उसके लिए 3 लाख रुपए के तीर कमान खरीदे गए। इसका परिणाम है कि आज ये माड़ क्षेत्र की बेटी देश भर में तिरंदाजी का परचम लहरा रही है।
रमीता ने कहा कि मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि देश भर में मेरा नाम होगा। मैं बयानार गांव से आती हूं। मैंने कभी अपने शहर को ही नहीं देखा थी। पहली बार मैंने ट्रेन देखी। ये जीत और ये दुनिया देखना मेरे लिए किसी सपने से कम नहीं है। मेरे लिए पूर्व में यहां रहे कमांडेट सुरेन्द्र खत्री और मेरे गुरु त्रिलोचन मंहता किसी गुरु क्या भगवान से कम नहीं हैं।
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