बादल फटने से धारचूला में तबाही, 50 मकान डूबे
जिले की सीमांत तहसील धारचूला में भारी बारिश और बादल फटने से लगभग 50 से अधिक मकान डूब गए हैं।
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आपदा में एक महिला की मौत हो गई। अनेक घरों तथा दुकानों में पानी व मलबा भर गया। कुछ वाहन भी मलबे में दब गए हैं। वहीं सीमा पार नेपाल के इलाकों में भारी नुकसान की सूचना है। शुक्रवार मध्यरात्रि में नेपाल के लास खोला गधेरे में बादल फटने के बाद दोनों तरफ भारी नुकसान हुआ है। शनिवार दोपहर तक काली नदी खतरे के निशान से ऊ पर बह रही थी। प्रशासन और बचाव दल राहत बचाव कार्यों में जुटा है।
लगातार वष्रा तथा नेपाल के लास खोला गधेरे में शुक्रवार रात करीब एक बजे बादल फटने के कारण धारचूला क्षेत्र के तल्ला खोतिला गांव में 50 मकान डूब गए। जिला पुलिस प्रशासन के अनुसार इस दौरान एक महिला पशुपति देवी (65) पत्नी मानबहादुर निवासी खोतिला घर से बाहर नहीं निकल पाई। इससे उनकी मौत हो गई। खोतिला में नेपाल की तरफ के नदी किनारे स्थित तीन चार घर भूकटाव और तेज बहाव में बह गए जबकि कई घर खतरे की जद में हैं। इधर पहले से भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र धारचूला के एलधारा से पानी और मलबा नीचे धारचूला नगर में आने से मल्ली बाजार सड़क में पानी व मलबा भर गया। सड़क पर खड़े कुछ वाहन भी मलबे में दब गए। कई घरों और दुकानों में भी मलबा भर गया। अनेक जगह मलबा और पोल बहकर आने से सड़कें भी बाधित हो गई।
पुलिस और आपदा नियंत्रण कक्ष के अनुसार नदी का जलस्तर काफी बड़ा हुआ है। जिससे खतरे की आशंका बनी हुई है। काली नदी खतरे के निशान ऊ पर बह रही है। इसके चलते भारत-नेपाल झूलापुल के निकट गौशाला के क्षतिग्रस्त होने तथा कुछ जानवरों के बहने की आशंका जताई गई है। लोगों से काली नदी किनारे और आसपास के क्षेत्रों में न जाने को कहा गया है।
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