राष्ट्रपति चुनाव : उत्तराखंड में 67 विधायकों ने किया मतदान
राष्ट्रपति चुनाव के लिए उत्तराखंड में मतदान पूर्ण ढंग से संपन्न हो गया। राज्य के 70 में से 67 विधायकों ने मताधिकार का प्रयोग किया।
![]() राष्ट्रपति चुनाव के लिए उत्तराखंड में मतदान |
इन विधायकों के मत का मूल्य 4288 है। भाजपा के एक और कांग्रेस के दो विधायक मतदान के लिए नहीं पहुंच पाए। शाम पांच बजे मतदान संपन्न होने के बाद मतपेटियां कड़ी सुरक्षा के बीच हवाई मार्ग से दिल्ली रवाना कर दी गईं। राज्य के सभी आठ सांसदों ने दिल्ली में ही मतदान किया।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए यहां विधानसभा भवन के कक्ष संख्या 321 में पोलिंग बूथ बनाया गया था। मतदान के मद्देनजर सोमवार को विधानसभा परिसर में सुबह से ही गहमागहमी बनी रही। सुबह 10 बजे मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई।
सबसे पहले कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने मताधिकार का प्रयोग किया। इसके बाद नियमित अंतराल में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य समेत मंत्रियों, विधायकों ने मतदान किया।
दोपहर 12 बजे तक 59 विधायक मतदान कर चुके थे। शाम पांच बजे मतदान का समय पूर्ण होने पर मतदान करने वाले विधायकों की संख्या 67 हो गई। मतदान में भाजपा के 47 में 46, बसपा व निर्दलीय दो-दो और कांग्रेस के 19 में से 17 विधायकों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। राज्य के एक विधायक के मत का मूल्य 64 है।
मंत्री समेत तीन विधायकों ने नहीं किया मतदान:
कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास व कांग्रेस विधायक तिलकराज बेहड़ अस्वस्थता के कारण मतदान नहीं कर पाए। कैबिनेट मंत्री को बीती रात स्वास्थ्य खराब होने के कारण एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। सोमवार को दोपहर में कैबिनेट मंत्री डा धन सिंह रावत व सौरभ बहुगुणा मतदान करने के बाद कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के स्वास्थ्य की जानकारी लेने अस्पताल पहुंचे।
बताया गया कि डाक्टरों ने उन्हें बाहर ले जाने की अनुमति नहीं दी। वहीं, किच्छा कांग्रेस विधायक बेहड़ ने विधानसभा सचिवालय को दूरभाष पर स्वास्थ्य खराब होने के कारण मतदान को आने में असमर्थता जताई। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने बेहड़ से फोन पर बातचीत कर स्वास्थ्य का हालचाल पूछा।
उधर, बदरीनाथ से कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी भी मतदान को नहीं पहुंचे। बताया गया कि मार्ग अवरुद्ध होने के कारण वह देहरादून नहीं आ पाए। सूत्रों ने बताया कि विधानसभा सचिवालय के साथ ही कांग्रेस नेताओं ने भी भंडारी से फोन पर संपर्क का प्रयास किया, लेकिन उनका फोन बंद मिला।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राष्ट्रपति पद के लिए राजग से उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की एकतरफा जीत तय है। मतदान तो केवल औपचारिकता है। जब उनके नाम की घोषणा हुई, तभी तय था कि वह एकतरफा जीतेंगी। आज जो औपचारिक रह गया था, उस पर देशभर में मुहर लगी है। उत्तराखंड में भाजपा के साथ ही बसपा व निर्दलीय विधायकों का मुर्मू को समर्थन है।
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