सपा-बसपा में कर्फ्यू, भाजपा में कांवड़ यात्रा : योगी

Last Updated 14 Feb 2022 01:36:31 AM IST

साल 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में जब समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की सरकारें थीं तब शहर-शहर कर्फ्यू लगता था लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार में अब वहां कांवड़ यात्रा निकलती है।


उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

यह कहना है प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का। वह आरोप लगाते हैं कि विपक्षी दलों के परिवारवाद ने प्रदेश के विकास को बुरी तरह प्रभावित किया।  रविवार को लखनऊ से आगरा होते हुए एटा आदि क्षेत्रों में हवाई यात्रा के जरिए सघन प्रचार अभियान पर निकले योगी आदित्यनाथ ‘राष्ट्रीय सहारा’ से मुखातिब थे।

उनसे पूछा गया कि वे अपने विरोधियों पर परिवारवाद का आरोप लगाते हैं लेकिन विरोधी जवाब देते है कि हां, वह परिवार वाले हैं। उत्तर तो वह लोग दें जिनका परिवार ही नहीं है। हाजिर जवाब योगी आदित्यनाथ ने तत्काल कहा, ऐसा नहीं है कि मेरा परिवार नहीं है। फर्क सिर्फ इतना है कि मेरे परिवार में उत्तर प्रदेश के 25 करोड़ लोग हैं जबकि उनके परिवार में महज 25 लोग। इसलिए यह लड़ाई 25 बनाम 25 करोड़ की है। आखिर परिवारवाद से नुकसान क्या है?

इस प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री कहते हैं, ‘परिवारवाद ने जनता के समग्र विकास की प्रक्रिया को ठप किया है। यूपी में कांग्रेस, बसपा, सपा की सरकारें रही हैं। इन सबने अपना और अपने परिवारों का विकास किया इसलिए प्रदेश पिछड़ गया। वर्ष 2017 के बाद बीजेपी सरकार ने समाज के हर तबके, हर जाति, हर सम्प्रदाय, गरीब, किसान, मजदूर, व्यापारी, युवा, महिलाएं, सरकारी कर्मचारियों आदि की तरफ ध्यान दिया। उनके लिए कल्याणकारी योजनाएं बनायीं। नतीजा यह है कि इन सभी का 2022 में बीजेपी को भारी समर्थन मिल रहा है। करीब एक घण्टे की बातचीत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर प्रश्न का खुलकर जवाब दिया।

► 2022 के विधानसभा चुनाव में यूं तो अनेक मुद्दे छाये हुए हैं मगर आपकी नजर में सबसे बड़ा और पहला मुद्दा क्या है ?

योगी आदित्यनाथ : कानून व्यवस्था में सुधार, प्रदेश में कानून का राज स्थापित करना इस चुनाव में सबसे पहला मुद्दा है। हमारी सरकार ने प्रदेश में सुरक्षा का माहौल बनाया है। पहले यूपी में हर 3 दिन में एक दंगा होता था। आज 5 वर्षों में एक भी दंगा नहीं हुआ। भय के चलते पलायन कर चुके व्यापारी लौटकर अपने काम-धंधों में लग गये हैं। कानून व्यवस्था की बेहतर स्थिति के कारण ही प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश हो रहा है। दंगामुक्त प्रदेश होने से हर संप्रदाय के लोगों खासकर महिलाओं ने पार्टी लाइन से हटकर भारतीय जनता पार्टी को वोट दिया है।

► वर्षों से यूपी की राजनीति जातिवाद के शिकंजे में कैद है। ऐसा माहौल बना दिया जाता है कि अमुक जाति की प्रतिबद्धता अमुक दल के साथ ही है। आपने 2014, 2017 और 2019 में इस मिथक को तोड़ा था। क्या 2022 में भी तोड़ पाएंगे ?

योगी आदित्यनाथ : वर्ष 2017 से पहले जिन लोगों ने विकास नहीं किया और गरीबों के मुंह से निबाला छीन लिया, उन लोगों ने जनता को जातिवाद के नाम पर बरगलाया। उन्हें अपनी सफलता के लिए जातिवाद का सहारा लेना सबसे उपयुक्त साधन लगा। मगर, 2014 में जब जनता समझ गयी तो ऐसे दलों को मतदाताओं ने बुरी तरह खारिज कर दिया और विकास तथा राष्ट्रवाद के महत्व को समझा। यूपी की जनता ने प्रधानमंत्री मोदी जी के आह्वान पर राष्ट्रवाद, सुशासन और विकास के लिए 2017 में भाजपा को चुना। अब 2022 में भी जनता जातिवाद से ऊपर उठकर 2017 के इतिहास को दोहराने जा रही है। जनता  ने इस बात को बखूबी समझा है कि कोरोना महामारी के दौर में भी डबल इंजन की हमारी सरकार ने कितना बेहतरीन काम किया। जहां एक तरफ विकास को प्रभावित नहीं होने दिया गया वहीं दूसरी तरफ लाखों लोगों की जान बचाई गयी। उत्तर प्रदेश और देश में आज वैक्सीनेशन का कार्य जिस तरीके से हुआ है, पूरी दुनिया उसकी कायल है।

मनोज तोमर
ग्रुप एडिटर, दैनिक राष्ट्रीय सहारा


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