राहुल का मोदी पर पलटवार,बतायी SCAM की अपनी परिभाषा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उत्तर प्रदेश में सपा-कांग्रेस गठबंधन को ‘स्कैम’ बताए जाने पर चुटकी लेते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी दोनों ने उन्हें अपने-अपने तरीके से जवाब दिया.
![]() कानपुर में रैली के दौरान राहुल-अखिलेश |
दोनों युवा नेताओं ने इस ‘स्कैम’ की अपनी परिभाषा जनता को बतायी और भाजपा तथा प्रधानमंत्री पर जमकर निशाना साधा. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने स्कैम का मतलब बताया ‘सेव दि कंट्री फ्रॉम अमित शाह एण्ड मोदी’. उन्होंने सवाल किया, ‘मोदी स्कैम में बुआ (मायावती) की पार्टी बसपा को क्यों शामिल कर रहे हैं. बसपा के साथ मिलकर भाजपा ने उत्तर प्रदेश में तीन बार सरकार बनायी है और आप दोनों के रिश्ते काफी अच्छे रहे हैं. इसके अलावा दोनों के बीच रक्षाबंधन की राखी का रिश्ता भी है.’
वहीं राहुल गांधी ने स्कैम का मतलब बताया ..‘एस--सर्विस (सेवा), सी--करेज (बहादुरी), ए--एबिलिटी (क्षमता) और एम--मॉडेस्टी (विनम्रता)’ उन्होंने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में समाजवादी और कांग्रेस के युवा गठबंधन से मोदी के चेहरे का रंग उड़ गया है. अभी गठबंधन को उन्होंने स्कैम कहा है आने वाले दिनों में पता नहीं कब ए-बी-सी-डी, एक्स-वाई-जेड, पी-पी-पी कहने लगें.’
भीड़ में ‘मोदी मुर्दाबाद’ के नारे लगने पर राहुल ने कहा, ‘आप उनके लिए मुर्दाबाद ना कहें. अपना गुस्सा दिखाने के लिए सपा-कांग्रेस गठबंधन के पक्ष में वोट दें. उन्होंने नोटबंदी कर आपके पेट पर लात मारी है, अब आप कुछ ऐसा करें कि जिस तरह बिहार चुनाव के बाद मोदी बिहार का नाम लेना भूल गये हैं, वैसे ही उत्तर प्रदेश चुनाव के बाद वह प्रदेश का नाम लेना भी भूल जायें.’
उन्होंने कहा, ‘मोदी सबसे ज्यादा डर युवाओं से ही है. इसबार उत्तर प्रदेश के चुनाव में युवा वर्ग उन्हें मुंहतोड़ जवाब देगा क्योंकि उन्होंने मेक इन इंडिया का नारा दिया, वादे भी किये लेकिन युवाओं को रोजगार नहीं दिया.’ समाजवादी पार्टी और कांग्रेस की रविवार को संयुक्त रैली कानपुर के गर्वनमेंट इंटर कालेज मैदान में हुई. रैली स्थल पर जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव दोपहर तीन बजे गये वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी करीब एक घंटा देरी से शाम चार बजे आये. देर से आने को लेकर राहुल ने जनता से माफी भी मांगी.
सपा-कांग्रेस गठबंधन की इस रैली में शहर से समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के सभी प्रत्याशी मंच पर थे मौजूद थे. दोनों नेताओं ने अपने-अपने प्रत्याशियों का एक-दूसरे से परिचय करवाया. सभा को पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संबोधित किया और उनकी सरकार द्वारा कानपुर तथा उत्तर प्रदेश में किये गये विकास कायरे के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘जिस घाटमपुर पावर प्रोजेक्ट का शिलान्यास हमने और पूर्व कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने मिल कर किया था उसी का शिलान्यास भाजपा ने दोबारा करवा दिया लेकिन काम अभी भी शुरू नहीं हुआ है.’’
उन्होंने कहा, ‘कानपुर के ग्रीन पार्क में पहले क्रिकेट मैच नहीं होते थे, लेकिन जबसे हमारी सरकार है आयी लगातार मैच हो रहे हैं और हम पूरे प्रदेश में खेलों को बढ़ावा दे रहे हैं.’ सपा और कांग्रेस गठबंधन पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘दोस्त वहीं अच्छा होता है जिसका दिल बड़ा होता है. कंजूस दोस्त से दोस्ती कर आपको दुख ही मिलेगा. कांग्रेस से हमारा गठबंधन इसलिये हुआ कि क्योंकि हम दोनों के दिल बड़े हैं. हमें उम्मीद है कि दोनों पार्टियां मिल कर उत्तर प्रदेश में सरकार बनायेंगे और जो काम अधूरे रह गये है उन्हें पूरा करेंगे.’
केन्द्र के नोटबंदी के फैसले की तीखी आलोचना करते हुए अखिलेश ने सवाल किया, ‘भाजपा कहती थी कि नोटबंदी से कालाधन वापस आएगा, अब वह बताएं कि कितना कालाधन वापस आया?’ उन्होंने कहा, ‘कालाधन तो वापस नहीं आया, हां अनेक लोगों की एटीएम और बैंकों की लाइन में लगने से मौत जरूर हो गयी.’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘नोटबंदी के दौरान बैंकों की लाइनों में लगने के दौरान जिनकी मौत हुई थी, सपा ने उनके परिजनों को दो-दो लाख रूपए सहायता राशि दी. लेकिन केन्द्र ने ऐसा कुछ नहीं किया.’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘भाजपा वाले धोखा देते हैं, सपने दिखाते हैं, बहकाते हैं इसलिये इनके बहकावे में ना आयें. क्योंकि पिछले तीन साल से भाजपा सिर्फ वादे कर रही है, उसने जनता के लिये कुछ नहीं किया है, जबकि समाजवादी पार्टी ने जो कहा उससे ज्यादा किया. उत्तर प्रदेश में मेट्रो दी, एक्सप्रेस वे दिया, गरीबों को पेंशन और लैपटॉप दिया.’ गठबंधन की रैली को संबोधित करते हुये कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने पूरे भाषण में प्रधानमंत्री मोदी को ही निशाना बनाया. उन्होंने कहा, ‘मोदी सोचते हैं कि वह देश और दुनिया में इकलौते ऐसे आदमी हैं जो सबकुछ जानते हैं, सच बोलते हैं जबकि भारत की जनता बेवकूफ है, और कुछ नहीं जानती है.’
उन्होंने कहा, ‘मोदी ने नोटबंदी करके गरीबों के पेट पर लात मारी है और जनता के बैंकों में जमा पैसे से विजय माल्या समेत अपने उन पचास दोस्तों का भला किया है जिन्होंने बैंको से लाखों करोड़ रूपयों का कर्ज लिया हुआ था. मोदी जी इन अमीर दोस्तों को ख्याल इस लिये रखते हैं क्योंकि उनके यह अमीर दोस्त उनका चुनावी खर्च उठाते हैं. गरीबों से पैसा लेकर उसे छह महीने तक बैंक में रखा और अपने अमीर दोस्तों का कर्ज माफ कर दिया. लेकिन देश की जनता अब इस नोटबंदी की असलियत जान चुकी है.’
राहुल ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में सपा-कांग्रेस गठबंधन की सरकार आने पर वह किसानों, नौजवानों, गरीबों और महिलाओं के लिये काम करेगी.’ उन्होंने कहा कि आखिर हम युवाओं के लिये अलग मैनीफेस्टो क्यों नहीं बनाते? हमारे मैनीफेस्टो में युवाओं के लिये बातें होनी चाहिए जैसे.. पैसे की कमी के कारण आईआईटी, आईआईएम और मेडिकल की कोचिंग नहीं कर पा रहे विद्यार्थियों के लिए अच्छे संस्थान खोल जाएं ताकि उन्हें भी समान अवसर मिल सके.
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि कानपुर में चमड़ा उद्योग है, क्यों ना हम यहां उद्योग से जुड़ी आधुनिक तकनीक और कौशल सिखाने के लिये अच्छे संस्थान खोलें ताकि नौजवानों को उनके अपने शहर में रोजगार मिल जाए. उन्होंने कहा, ‘अगर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस-सपा सरकार बनी तो नौजवानों को रोजगार देने के लिये इस तरह के कदम उठाये जायेंगे.’
उन्होंने कांग्रेस सपा गठबंधन पर एक शेर भी पढ़ा. ‘हम दोनों में फर्क है इतना, एक कहता है सपना और दूसरा कहता है ख्वाब’ ‘मैं हिन्दी उर्दू का दोआब, मैं वह आईना हूं जिसमें हैं आप’ राहुल ने कहा कि सपा और कांग्रेस का अब गठबंधन हो गया है अब सपा की साईकिल मोटरसाईकिल की तरह चलेगी.
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