समाजवादी पार्टी (SP) के वरिष्ठ नेता आजम खां की सुरक्षा बहाल कर दी गई है। वह करीब 23 महीने जेल में रहने के बाद विगत 23 सितंबर को जमानत पर रिहा हुए थे।
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एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने सोमवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘उनकी (खां की) सुरक्षा बहाल कर दी गई है।’
हालांकि, उनकी सुरक्षा का स्तर अब भी स्पष्ट नहीं है।
अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर ‘न्यूज एजेंसी’ को बताया, ‘खतरे के आकलन के आधार पर किसी व्यक्ति को कई तरह की सुरक्षा दी जाती है। इस मामले में (आजम खां का प्रकरण) व्यक्ति को पहले से ही वाई सुरक्षा प्राप्त थी। जेल जाने पर यह सुरक्षा वापस ले ली गई थी। अब जब वह जमानत पर रिहा हो गया है, तो उसकी वही सुरक्षा बहाल कर दी गई है।’
हालांकि, वाई सुरक्षा के दो स्तर हैं – वाई और इसका थोड़ा उच्च संस्करण वाई प्लस। दोनों ही मध्यम सुरक्षा जोखिम वाले व्यक्तियों के लिए आरक्षित हैं और वाई श्रेणी में लगभग आठ सुरक्षाकर्मी और वाई प्लस श्रेणी में कुछ और सुरक्षाकर्मी शामिल हैं।
रामपुर के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘फिलहाल आजम खां की सुरक्षा में पांच कान्स्टेबल और तीन गनर तैनात हैं। यह वाई श्रेणी सुरक्षा का संकेत देता है।’
समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य और उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां 23 महीने जेल में रहने के बाद 23 सितंबर को जमानत पर रिहा हुए।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव आठ अक्टूबर को रामपुर में उनसे मुलाकात करने गये थे। उन्होंने खां के खिलाफ दर्ज मामलों को ‘फर्जी’ बताते हुए दावा किया था कि अगर 2027 के विधानसभा चुनावों के बाद सपा की सरकार आने पर खां के खिलाफ दर्ज सभी झूठे मुकदमे वापस लिए जाएंगे।
अपनी रिहाई के बाद, सफ़ेद कुर्ता-पायजामा और काले रंग की जैकेट और धूप का रंगीन चश्मा पहने खान रामपुर पहुँचे, जहाँ उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया और उन्होंने ‘उनके लिए दुआ करने वालों’ की प्रशंसा की।
रामपुर से 10 बार विधायक और एक बार सांसद रहे 77 साल के आजम खां 100 से अधिक मुकदमे दर्ज होने के बाद सीतापुर जेल में बंद थे। वह पिछली 23 सितंबर को जमानत पर जेल से रिहा हुए थे।
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