आज से बदलेगा लखनऊ एयरपोर्ट, यात्रियों को नहीं सुनाई देगा फ्लाइट का शोर
लखनऊ का चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट (सीसीएसआईए) बुधवार से 'साइलेंट मोड' में चला गया है।
![]() लखनऊ एयरपोर्ट (प्रतीकात्मक फोटो) |
साइलेंट मोड यह सुनिश्चित करने के लिए एक पहल है कि यात्री आराम से यात्रा के अनुभव का आनंद ले सकें और वे अपने प्रतीक्षा समय का उपयोग अपनी पसंदीदा गतिविधियों में कर सकें।
एयरपोर्ट के एक प्रवक्ता ने बताया, "हवाईअड्डे के साइलेंट मोड का अर्थ है यात्रियों को किताब पढ़ने, अपने यात्रा साथी से बात करने, अपनी पसंदीदा प्लेलिस्ट सुनने या अपनी आवश्यकता के अनुसार काम करते समय कोई दिक्कत ना हो। इस पहल के साथ, सीसीएसआईए मुंबई, अहमदाबाद, दिल्ली, चेन्नई और बेंगलुरु जैसे हवाईअड्डों की लीग में शामिल हो जाएगा।"
उन्होंने आगे कहा, "हालांकि, हवाईअड्डा यह सुनिश्चित करेगा कि यात्रियों के लिए कोई महत्वपूर्ण जानकारी छूट न जाए। इसलिए सीसीएसआईए टर्मिनल-1 और टर्मिनल-2 में सभी 81 उड़ान सूचना डिस्प्ले स्क्रीन पर यात्रियों की सुविधा के लिए उड़ान जानकारी प्रदर्शित करेगा। स्क्रीन को रणनीतिक स्थानों- टर्मिनलों के बाहर, चेक-इन हॉल, सुरक्षा होल्ड क्षेत्रों और हवाईअड्डे के आगमन हॉल में लगाया गया है।"
इनलाइन बैगेज स्क्रीनिंग सिस्टम के लेवल-4 में बोर्डिग गेट के साथ-साथ यात्री सामान में बदलाव से संबंधित केवल घोषणाएं की जाएंगी।
अनिवार्य कोविड-19 प्रोटोकॉल घोषणाओं के अलावा, सार्वजनिक घोषणा प्रणाली पर आपातकालीन और सुरक्षा संबंधी घोषणाएं आवश्यकता के अनुसार जारी रहेंगी।
सीसीएसआईए की मूक हवाईअड्डा पहल के बारे में यात्रियों को जागरूक करने के लिए एक अखिल भारतीय अभियान भी ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर सोशल मीडिया हैंडल पर चलाया जाएगा।
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