दुधवा टाइगर रिजर्व के हाथियों का व्यवहार समझने के लिए नई पहल, दर्ज होंगे महावत के अनुभव
हाथियों को प्रशिक्षित करने और उनकी देखभाल करने वाले महावतों के अनुभवों का दस्तावेज तैयार किया जाएगा, ताकि हाथी के व्यवहार को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिल सके।
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मुख्य वन संरक्षक और दुधवा टाइगर रिजर्व (डीटीआर) के क्षेत्र निदेशक संजय कुमार पाठक ने डीटीआर के महावतों को हाथियों को संभालने के दौरान अपने अनुभव साझा करने और अपने ज्ञान का ऑफलाइन रिकॉर्ड बनाने के लिए कहा है।
पाठक ने कहा, "महावत हमेशा अपने हाथियों के बहुत करीब होते हैं, उनके आंदोलन, स्वास्थ्य, व्यवहार और यहां तक कि उनकी भावनाओं और परिस्थितियों की प्रतिक्रिया पर नजर रखते हैं। यहां तक कि हाथी, जो अपने महावतों की आज्ञा का पालन करते हैं, उनके साथ भावनात्मक बंधन विकसित करते हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि केवल एक महावत ही वर्णन कर सकता है कि उनके नीचे एक हाथी ने जंगल में एक बड़े मांसाहारी की उपस्थिति पर कैसे प्रतिक्रिया दी या मानव-पशु संघर्ष के दौरान एक ऑपरेशन में लगे रहने के दौरान उन्होंने कैसे व्यवहार किया।
पाठक ने कहा कि जब उन्होंने 2020 में दुधवा के क्षेत्र निदेशक के रूप में कार्यभार संभाला, तो उन्होंने इन अनुभवी महावतों के अनुभवों का दस्तावेजीकरण करने का फैसला किया, ताकि न केवल पार्क अधिकारियों, बल्कि अन्य महावतों को भी लाभ हो।
पाठक ने कहा, "कोविड-19 के प्रकोप ने प्रक्रिया को प्रभावित किया, लेकिन इस साल हम महावतों के अनुभवों का ऑफलाइन रिकॉर्ड बना रहे हैं।"
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