योगी की फिर ताजपोशी पर आज लगेगी मुहर, विधायक दल के नेता का होगा चुनाव

Last Updated 24 Mar 2022 10:46:51 AM IST

यूपी की सत्ता में दोबारा काबिज होकर इतिहास रचने वाले योगी आदित्यनाथ को आज विधायक दल का नेता चुना जाएगा। इससे पूर्व बुधवार को दिल्ली में देर रात तक सरकार गठन को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर बैठक चली।


दोबारा उनकी ताजपोशी की घोषणा केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाए गए गृहमंत्री अमित शाह, सह-पर्यवेक्षक रघुवर दास और प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेद्र प्रधान की मौजूदगी में होने वाली भाजपा विधायक दल की बैठक में होगी। इसके बाद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के समक्ष योगी सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।

सूत्रों ने बताया कि बुधवार रात दो घंटे से अधिक समय तक चली बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी.एल. संतोष शामिल हुए।

सूत्रों ने कहा कि बैठक में नाम और उपमुख्यमंत्रियों की संख्या पर चर्चा हुई। जानकारी के मुताबिक दोनों मौजूदा उपमुख्यमंत्रियों को बरकरार रखा जाएगा।

मौजूदा मंत्रियों के प्रदर्शन की समीक्षा के बाद मंत्रियों के नामों पर भी चर्चा की गई।

पार्टी के एक अंदरूनी सूत्र ने कहा कि एक दर्जन से अधिक रिक्तियां हैं क्योंकि कुछ मौजूदा मंत्री चुनाव हार गए है, जबकि कुछ ने चुनाव से पहले पार्टी छोड़ दी थी। नामों को अंतिम रूप देते समय, सोशल इंजीनियरिंग और क्षेत्रीय संतुलन पर भी विचार किया जाएगा।

बुधवार दोपहर उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद, आदित्यनाथ अपने नए मंत्रिमंडल के लिए मंत्रियों के नामों पर चर्चा और अंतिम रूप देने के लिए शाम को दिल्ली पहुंचे।

विधायक दल के नेता का आज होगा चुनाव, सरकार बनाने का पेश करेंगे दावा

उत्तर प्रदेश विधायक दल की बैठक गुरुवार को लखनऊ में होगी। इस बैठक में योगी को औपचारिक रूप से विधायक दल का नेता चुना जाएग। पार्टी सूत्रों के अनुसार, योगी आदित्यनाथ के औपचारिक रूप से विधायक दल के नेता के रूप में चुने जाने के बाद, वह औपचारिक रूप से राजभवन में सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करेंगी।

योगी सरकार-2.0 में मंत्री कौन-कौन होंगे, इसे लेकर तमाम तरह के कायास चल रहे हैं। इसके साथ ही ऊहापोह इस बात को लेकर भी है कि क्या फिर से दो उपमुख्यमंत्री बनाए जाएंगे? बनाए जाएंगे तो क्या फिर केशव प्रसाद मौर्य और डा. दिनेश शर्मा ही होंगे? इसी बीच यह भी संभावना जताई जाने लगी कि पिछड़ा वर्ग के नेता के रूप में केशव की वापसी लगभग तय
है। यदि उनके चुनाव हार जाने का विषय आधार बनता है तो पिछड़ा वर्ग से ही आने वाले अन्य किसी नेता को यह कुर्सी मिल सकती है। उसमें सबसे ज्यादा प्रभावी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह हो सकते हैं। दलित और महिला कोटे से आगरा ग्रामीण विधायक व उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबीरानी मौर्य की दावेदारी दो पदों पर मानी जा रही है। उपमुख्यमंत्री या विधानसभा अध्यक्ष। सूत्रों के मुताबिक भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि बेबीरानी राज्यपाल रह चुकी हैं, ऐसे में उन्हें मंत्री बनाने की जगह विधानसभा अध्यक्ष का संवैधानिक पद ही देना उचित होगा।

समारोह 25 मार्च, शुक्रवार को अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में आयोजित होगा। और इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और अन्य, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और कुछ प्रमुख नेताओं और हस्तियों को आमंत्रित किया गया है।

केंद्रीय पर्यवेक्षक शाह और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास गुरुवार दोपहर बैठक के लिए लखनऊ पहुंचेंगे।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चेहरे पर लड़ा गया। प्रधानमंत्री ने कई बार चुनावी मंचों से आएंगे तो योगी ही और 'योगी ही उपयोगी' जैसा नारा देकर स्पष्ट संदेश दे चुके थे कि भाजपा दोबारा सरकार बनाती है तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही होंगे।

यूपी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले गृहमंत्री अमित शाह ने राजधानी के डिफेंस एक्सपो मैदान में 29 अक्तूबर, 2021 को आयोजित पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में शाह ने कहा था कि 2024 में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए 2022 में योगी को फिर से प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाना जरूरी है। संगठन की शक्ति और अमित शाह की रणनीति के साथ मोदी-योगी की जोड़ी ने विपक्षी मंसूबों को ढेर कर अकेले 255 व गठबंधन सहयोगियों के साथ 273 सीटें जीत लीं। अब सरकार बनाने जा रहे हैं।

 

आईएएनएस
नई दिल्ली


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