काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की शुरुआत सपा ने की : अखिलेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन किए जाने से एक दिन पहले रविवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस कॉरिडोर की शुरुआत अपने मुख्यमंत्रित्व काल में होने का दावा करते हुए आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भाजपा बुनियादी सवालों से ध्यान हटाने के लिए जनता को दूसरे मुद्दों में उलझा रही है।
![]() समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव |
उन्होंने पत्रकार वार्ता में कहा कि भाजपा ने किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, जिसे वह पूरा नहीं कर सकी। महंगाई बेकाबू है।
यादव ने कहा कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का प्रस्ताव भी अगर किसी ने कैबिनेट में पास किया था, शुरुआत अगर किसी ने की थी, तो वह सपा की सरकार ही थी। बलरामपुर में सरयू नहर परियोजना का तीन चौथाई काम सपा सरकार के कार्यकाल में ही हो गया था। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी का सवाल है। इसके अलावा पेपर लीक, छात्रों पर लाठीचार्ज, भर्तियों पर स्थगन आदेश के सवाल भी मौजूद हैं।
उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने ‘बांटो और राज करो’ की नीति पर चलकर देश पर शासन किया था, जबकि भाजपा उससे दो कदम आगे चलकर लोगों को डरा- धमकाकर और मारकर राज करना चाहती है। भाजपा सरकार की समाज को बांटने और नफरत फैलाने वाली राजनीति को जनता समझ चुकी है और आने वाले चुनाव में उसका सफाया करने के लिये तैयार है। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ को जनता ने यूपी का मुख्यमंत्री इसलिये बनाया था कि प्रदेश खुशहाली और तरक्की के रास्ते पर आगे जाये मगर बाबा मुख्यमंत्री ने जाति, धर्म देखकर काम किया। उन्होंने कहा कि भर्तियों में स्टे, बेरोजगारी, भटकते शिक्षा मित्र और वे किसान जिनके लिये सरकार ने कीलें बिछायीं, ट्रैक्टरों से रौंदा, उन सब गल्तियों का हिसाब सरकार को देना होगा। पराली के मुकदमे तो वापस हुये मगर पराली जलाने पर कोई फैसला नहीं हुआ। नदियां अब भी गंदी हैं।
सडकों में गड्ढे हैं। सरकार ने नोटबंदी पर, कोरोना काल में बेडों के लिये, डीएपी खाद के लिये किसान और आम लोगों को लाइन में लगवा दिया। पेट्रोल, डीजल, खाद्य तेल समेत तमाम जरूरी चीजें महंगी होने से आम आदमी त्रस्त है। सरकार को आने वाले चुनाव में इसका हिसाब देना होगा। यादव ने कहा कि लखीमपुर खीरी में किसानों पर गाड़ी चढ़ाए जाने की घटना कौन भूल जाएगा। कोविड-19 महामारी के दौरान अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी, नदियों में उतराती लाशें, अस्पतालों में व्याप्त अव्यवस्था को भी कोई कैसे भूल सकता है। भाजपा अपने शासन के अंतिम दिनों में वर्ष 2017 के अपने वादे के मुताबिक छात्रों को टैबलेट देने की बात कर रही है। सुनने में आ रहा है कि सरकार यह सामान चीन से मंगवा कर देगी।
इस सवाल कि क्या सत्ता में आने पर सपा मौजूदा सरकार में हुए कथित फर्जी मुठभेड़ मामलों की जांच कराएगी, पर यादव ने कहा कि अभी हमारा घोषणा पत्र आने दीजिए। उसमें बहुत सारी चीजें होंगी। उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि जो समाजवाद है, वही आंबेडकरवाद है और जो आंबेडकरवाद है, वही समाजवाद है क्योंकि डॉ. राम मनोहर लोहिया और बाबा साहब भीमराव आंबेडकर दोनों ही जाति तोड़ने के समर्थक थे। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने पर उनकी सरकार गोरखपुर विविद्यालय को केंद्रीय विविद्यालय बनाने के सिलसिले में केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजेगी।
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