भारत एक दशक में सामरिक रूप से स्वतंत्र हो जाएगा - राजनाथ सिंह

Last Updated 17 Nov 2021 08:48:03 PM IST

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आगामी एक दशक में भारत रक्षा उत्पाद दूसरे देशों से आयात नहीं करेगा। यानीं भारत एक दशक में सामरिक रूप से स्वतंत्र हो जाएगा।


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

राजनाथ सिंह बुधवार को लक्ष्मीबाई के जन्मोत्सव रानी की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित तीन दिवसीय जलसा पर्व व सेना की शस्त्र प्रदर्शनी का शुभारंभ करने के लिए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह झांसी पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा था, जब देश में 65 से 70 फीसदी रक्षा साम्रगी आयात होती थी। आज तस्वीर बदल गई है। हमने तय किया है, चाहे स्थिति कैसी भी हो, 64 फीसदी तक दुनिया के दूसरे देशों से आयात नहीं करेंगे। भारत की धरती पर बने रक्षा साम्रगियों का इस्तेमाल होगा। कहा कि भारत एक दशक में सामरिक रूप से स्वतंत्र हो जाएगा। इसकी शुरूआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हो चुकी है। अभी इसी साल से रक्षा से जुड़ी 209 चीजें भारत बनाने लगा है, जो पहले दूसरे मुल्कों से मंगाई जाती थीं। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को सरकार ने 50,000 करोड़ रुपए का ऑर्डर दिया है, जो अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सेना में महिलाओं के लिए दरवाजे खोले जा रहे हैं। हमारी सरकार ने सेना के तीनों अंगों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई है। सैनिक स्कूलों में बच्चों का को-एडमिशन भी दिया जा रहा है। दुर्भाग्य से आजादी के बाद महिलाओं को राष्ट्र की रक्षा में सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर नहीं मिला। लेकिन अब स्थिति तेजी से बदल रही है। पीएम नरेन्द्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से हमारी सेना में महिलाओं का योगदान बढ़ रहा है। पुणे में मौजूद देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थान नेशनल डिफेंस एकेडमी में महिलाओं के लिए दरवाजे खोले गए हैं।

उन्होंने कहा कि मैं जब गृह मंत्री था तो मैंने सभी राज्यों को एक एडवाइजरी जारी की थी कि उन्हें पुलिस अधिकारियों में भी कम से कम 33 प्रतिशत प्रतिनिधित्व महिलाओं का करने के लिए प्रयास करना चाहिए। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि कई राज्यों में महिला प्रतिनिधित्व बढ़ा है। उन्होंने आगे कहा, सशस्त्र सेनाओं में महिलाओं के लिए बंद सभी दरवाजे खोले जा रहे हैं। सशस्त्र सेनाओं के तीनों अंगों में हमने उनका प्रतिनिधित्व बढ़ाया है। लड़कियों के सैनिक स्कूलों में एडमिशन हो रहे हैं। एनडीए के पोर्टल भी महिलाओं के लिए खुल गए हैं।

उन्होंने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई लक्ष्मी बाई नारी शक्ति की पहचान है, इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिंद फौज में लक्ष्मी बाई रेजीमेंट की स्थापना की थी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 1857 के संग्राम में रानी लक्ष्मीबाई ने विदेशी हुकूमत को हिला कर रख दिया था। मातृभूमि के लिए उन्होंने अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया था। उन्होंने कहा कि किसी जमाने में बुंदेलखंड की पहचान सूखा और पलायन के लिए होती थी लेकिन, अब बुंदेलखंड के गांव गांव के हर घर में 2022 तक नल से पानी पहुंचेगा।

कहा कि राष्ट्ररक्षा हम सबका मूल धर्म है। राष्ट्रधर्म ही हमारा धर्म है। इस धर्म का पालन करके ही हम न केवल वर्तमान को बल्कि आने वाले भविष्य को भी सुरक्षित रख सकते हैं।

आईएएनएस
झांसी


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