प्रधानमंत्री ने किया पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे का उद्धघाटन, विकास को मिलेगी गति

Last Updated 16 Nov 2021 01:34:24 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को 341 किमी लंबे पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण किया। राज्य के नौ जिलों को जोड़ने वाले पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे के नजदीकी क्षेत्रों उद्योगों के विकास के साथ शैक्षणिक व स्वास्थ्य संस्थान, रोजगार की नई राह भी खुलेगी।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी सुलतानपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर सुपर हरक्युलिस सी-130 जे विमान से उतरे। वह एक्सप्रेस का लोकार्पण करने के बाद वह जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इस दौरान उनका स्वागत राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी ने किया।

कार्यक्रम को देखते हुए मौके पर शासन, प्रशासन, सेना व पुलिस के अधिकारी डटे हुए हैं। पीएम मोदी ने जुलाई 2018 में इस एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था। 19 माह के कोराना काल के बाद भी 341 किमी लंबा यह एक्सप्रेस-वे 36 माह में बनकर तैयार हुआ है। यह एक्सप्रेस-वे प्रदेश की राजधानी लखनऊ से पूर्वी उप्र को जोड़ेगा। इससे पूर्वी यूपी के 9 जिलों के साथ ही बिहार के लोगों को भी फायदा होगा।

उनके आगमन से पहले कार्यक्रम स्थल पर नई दिल्ली से एसपीजी दस्ते के अधिकारी पहुंच चुके हैं। यहां पर प्रधानमंत्री को देखने और उनका संबोधन सुनने के लिए लोगों का हूजूम उमड़ा है। प्रधानमंत्री मोदी की सभा के बाद यहां पूर्वांचल एकसप्रेस वे पर बनी एयर स्ट्रिप पर भारतीय वायुसेना के फाइटर प्लेन के रोमांचकारी करतब भी दिखाएंगे। कार्यक्रम स्थल के आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग वहां एकत्र हो रहे हैं।

कार्यक्रम को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अधिकारियों के साथ कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया। उन्होंने एयर स्ट्रिप पर कैमरा लगवाने के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए। कार्यक्रम को देखते हुए मौके पर शासन, प्रशासन, सेना व पुलिस के अधिकारी डटे हैं।

यूपी एक्सप्रेसवेज इंडस्ट्रियल डेवलपमेन्ट ऑथारिटी(यूपीडा) के सीईओ अवनीश अवस्थी ने बताया कि जनसभा के साथ एयर-शो होगा।

उन्होंने बताया कि एक्सप्रेस-वे बैट्री चाजिर्ंग लगाने के लिये नि:शुल्क जमीन दी जाएगी। हर पुलिस चौकी के पास हेलीपैड बनाये जाएंगे।

सुल्तानपुर एक्सप्रेसवे के पास अरवलकीरी करवत की एयर स्ट्रिप पर एयर शो में कुल 11 विमान अपनी ताकत दिखायेंगे। इनमें सुखोई, 30-सी130जे, मिराज, जगुआर,व हरक्यूलस अपना करतब दिखायेंगे।

अवस्थी ने बताया कि एक्सप्रेसवे के दोनों किनारों पर औद्योगिक गलियारे बनाए जाएंगे। यहां विभिन्न प्रकार के उद्योग स्थापित होंगे। लॉजिस्टिक सुविधा बेहतर होने से स्थानीय कारोबारियों, छोटे व्यापारियों आदि को भी लाभ होगा। वहीं, पूर्वाचल के छोटे-छोटे जिलों से अब लखनऊ और दिल्ली की दूरी घट गई है। दस घंटे का सफर महज साढ़े तीन से चार घंटे में तय किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि यह एक्सप्रेसवे बिहार की सीमा तक है, इसलिए इसका लाभ बिहार के सीमावर्ती जिलों को भी सीधे मिल सकेगा। दावा किया कि यह एक्सप्रेसवे पूर्वांचल के विकास के लिए रीढ़ की हड्डी साबित होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मंगलवार को प्रधानमंत्री पूर्वी उत्तर प्रदेश का बैकबोन कहे जाने वाले एक्सप्रेस-वे को एक बजे राष्ट्र को समर्पित करेंगे। उन्होंने फिर दोहराया कि प्रधानमंत्री ने जुलाई वर्ष 2018 में एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था। 19 माह के कोराना काल खंड के बाद भी 341 किमी लंबा एक्सप्रेस-वे 36 माह में बनकर तैयार हुआ है। एक्सप्रेस-वे पूर्वी उप्र के करीब आठ करोड़ जनमानस के विकास व उज्‍जवल भविष्य का आधार बनेगा। प्रदेश की राजधानी लखनऊ से पूर्वी उप्र को एक्सप्रेस-वे जोड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की रुचि पूर्वी उप्र के विकास के प्रति रही। एक्सप्रेस-वे बनने से यह सही साबित हुआ है।
 

आईएएनएस
लखनऊ


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