कई नदियों में उफान, पूर्वी इलाके में बाढ़
उप्र के विभिन्न हिस्सों में मानसूनी बारिश के कारण उफनायी नदियों की बाढ़ से अनेक पूर्वी इलाके चपेट में आ गये हैं। मुख्यमंत्री ने रविवार को गोरखपुर में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया।
![]() कई नदियों में उफान, पूर्वी इलाके में बाढ़ (file photo) |
केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक राप्ती, बूढ़ी राप्ती, घाघरा और रोहिन नदियां रौद्र रूप अख्तियार कर चुकी हैं। राप्ती नदी र्बडघाट (गोरखपुर) में खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है और उसका जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इसके अलावा रिगौली (गोरखपुर) में भी इसका जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। बूढ़ी राप्ती ककरही (सिद्धार्थ नगर) और रोहिन नदी त्रिमोहानी घाट (महराजगंज) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
कवानो नदी का जलस्तर चंद्रदीपघाट (गोंडा), बस्ती और मुखलिसपुर (संत कबीर नगर) में लाल चिह्न के नजदीक पहुंच गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के सहजनवा क्षेत्र में नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण जलमग्न क्षेत्रों की स्थिति का हवाई सव्रेक्षण किया। योगी ने निरीक्षण के बाद अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी बंधे सुरक्षित रहें, इसके लिए तटबंधों की निरंतर निगरानी की जाए। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देशित किया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नावों की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
इस बीच, बहराइच से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक भारत-नेपाल की सीमा से सटे इस जिले में बाढ़ से लोगों को बचाने के लिहाज से लाइफ-लाइन कहे जाने वाले करीब 110 किलोमीटर लम्बे तटबंधों की निगरानी के लिए सिंचाई विभाग अब ड्रोन कैमरों की मदद ले रहा है।
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