रामलला 24 मार्च को तंबू से निकलकर फाइबर के मंदिर में जाएंगे
रामलला विराजमान चैत्र नवरात्र से एक दिन पहले 24 मार्च को फाइबर के मंदिर में विराजमान होंगे। राम जन्मभूमि पर मंदिर बनने तक वह इसी फाइबर के मंदिर में रहेंगे।
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यह जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने शनिवार को दी। चंपत राय ने बताया कि रामलला के लिए फाइबर का मंदिर दिल्ली में तैयार हो रहा है। चंपत राय के मुताबिक, ट्रस्ट की दूसरी बैठक रामनवमी के बाद चार अप्रैल को अयोध्या में ही होगी।
राय ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा, "बैठक की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसी के साथ ही रामलला को टाट के मंदिर से निकालकर 24 मार्च को फाइबर के मंदिर में स्थापित कर दिया जाएगा। इस दिशा में कार्यवाही काफी तेजी से चल रही है।"
चंपत राय ने शनिवार को ट्रस्ट के सदस्यों के साथ परिसर का निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ए.के. झा भी मौजूद रहे।
राम मंदिर परिसर का निरीक्षण करने के बाद राय ने कहा, "मंदिर का निर्माण और इसको राम मंदिर परिसर में स्थापित करने का काम सुरक्षा एजेंसी के ऊपर है। वह समय से फाइबर मंदिर बनवाकर यहां स्थापित कर देगी। ट्रस्ट के अयोध्या कार्यालय का भवन भी निश्चित कर लिया गया है, जो राम मंदिर के प्रवेश द्वार के चेकिंग पॉइंट के बगल में ही स्थित है। इसको भी पूरी तरह से व्यवस्थित किया जाएगा।"
श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के खाते में पहली बार 20 फरवरी से 5 मार्च तक की रामलला को चढ़ाई गई धनराशि जमा की गई। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के खाता संचालन के लिए अधिकृत सदस्य डॉ. अनिल मिश्र के मुताबिक, अयोध्या की भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में खोले गए ट्रस्ट के खाते में गुरुवार और शुक्रवार दो दिनों की काउंटिंग के बाद आठ लाख चार हजार 982 रुपये जमा किए गए हैं।
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