CAA विरोध : अलीगढ़ मुस्लिम विवि में भी उग्र हुए छात्र
राजधानी दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में पिछले कई दिनों से नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन जारी हैं। इनमें से असम, प.बंगाल के कई हिस्सों में प्रदर्शन हिंसक रूप ले चुके हैं।
![]() अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में सीएए के विरोध में हिंसक प्रदर्शन। |
रविवार को दिल्ली में भी प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के बाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में भी विरोध हिंसक हो गया। जिसमें डीआईजी समेत कई पुलिस वाले घायल हो गए। एएमयू प्रशासन ने देर रात विश्वविद्यालय को पांच जनवरी तक बंद कर दिया है और परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।
पुलिस के अनुसार सायंकाल एएमयू के छात्रों ने जामिया में पुलिस कार्रवाई के खिलाफ सरसैयद गेट पर प्रदर्शन शुरू किया। इसकी सूचना पाकर पुलिस स्थिति पर नजर रखने के लिए वहां पहुंची। इसके बाद छात्र उग्र हो गए। मौके पर मौजूद डीआईजी और अन्य पुलिस अफसरों ने छात्रों को समझाने की कोशिश की लेकिन छात्रों ने एक नहीं सुनी। उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। जिससे डीआईजी और कई अन्य अफसर और पुलिसकर्मी घायल हो गए। सीओ एलआईयू, सीओ सिविल लाइन तथा एक अन्य सीओ और आरएएफ के एक अफसर भी पथराव में घायल हो गए।
पुलिस ने बताया कि जब पुसिल ने उग्र छात्रों को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े तो छत्रों ने अंदर से पथराव के साथ हथगोले जैसे कुछ विस्फोटक भी फेंके। यही नहीं छात्रों की ओर से फायरिंग भी की गई। पुलिसकर्मियों की ओर से जहां आंसू गैस के गोले छोड़े गए वहीं जो पत्थर छात्र फेंक रहे थे वही पत्थर पुलिसकर्मियों ने भी छात्रों पर जवाबी कार्रवाई करते हुए फेंके। देर रात विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद ने बताया कि विविद्यालय को पांच जनवरी तक बंद करने की घोषणा कर दिया गया है और परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं।
खबर लिखे जाने तक छात्रों की ओर से उनका पक्ष प्राप्त नहीं हो सका था। विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं पिछले कई दिन से नगरिकता संशोधन कानून के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे हैं। शुक्रवार को उन्होंने रैली भी निकाली थी। जिसमें शिक्षक और गैर शिक्षक स्टाफ भी शामिल हुआ था। उन्होंने राष्ट्रपति के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन भी सौंपा था। शनिवार को भी प्रदर्शन हुआ था और शांतिपूर्ण रहा था तो फिर रविवार को अचानक छात्र क्यों भड़क गए इसकी जानकारी छात्रों का पक्ष मिलने के बाद ही मालूम होगा।
| Tweet![]() |