रसोई गैस का सिलेंडर फटने से दो मंजिला इमारत धवस्त, 13 मरे और 15 घायल
जिले के मोहम्दाबाद गोहना कोतवाली क्षेत्र के वलीदपुर कस्बे में सोमवार की सुबह दो मंजिला मकान में रसोई गैस का सिलेंडर फट जाने के कारण 13 लोगों की मौत हो गयी और 15 लोग घायल हो गए।
रसोई गैस का सिलेंडर फटने से दो मंजिला इमारत धवस्त |
घायलों को इलाज के लिए आजमगढ जिला अस्पताल और मऊ जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मोहम्दाबाद कोतवाली क्षेत्र के नगर पंचायत वालिदपुर मुहल्ले में सुबह उस समय अफरा तफरी का माहौल हो गया जब वहां रहने वाले छोटू विश्वकर्मा के घर पर सुबह नाश्ता बनाते समय गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया।
छोटू विश्वकर्मा के पड़ोसियों कन्हैया विश्वकर्मा और कटवारी धोबी के मकान अगल बगल थे। विस्फोट में तीनों के मकान धराशायी हो गये। बचाव अभियान के दौरान घायलों को निकाल गया।
लखनऊ में पुलिस महानिरीक्षक कानून व्यवस्था प्रवीण कुमार ने मऊ के पुलिस अधीक्षक के हवाले से अभी तक 13 लोगों के मरने की पुष्टि की है। शव बहुत बुरी हालत में हैं और उनकी पहचान की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि वलीदपुर गांव के निवासी छोटू विश्वकर्मा के घर पर उनकी पत्नी रीता सुबह बच्चियों को स्कूल भेजने के लिए नाश्ता बना रही थी। तभी अचानक रसोई गैस के सिलेंडर में विस्फोट हो गया।
उन्होंने बताया कि विस्फोट इतना भीषण था कि दो मंजिला इमारत ध्वस्त हो गयी। साथ ही बगल में स्थित कन्हैया विश्वकर्मा का मकान भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इन दोनों मकानों के मलबे में दो दर्जन से अधिक लोग दब गये।
पुलिस के अनुसार, विस्फोट की सूचना मिलने पर मलबा हटाने और बचाव कार्य को शुरु किया गया। सहायता के लिए जिला प्रशासन ने वाराणसी एनडीआरएफ की टीम को भी बुलाया है जो बचाव कार्य कर रही है। अभी तक मलबे से 13 शव निकाले जा चुके हैं। 15 घायलों को इलाज के लिए आजमगढ और मऊ जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उधर लखनऊ में अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया ‘‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मऊ में सिलेंडर फटने से लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों के उपचार की समुचित व्यवस्था करने तथा इस हादसे के पीड़ितों को हरसंभव मदद एवं राहत प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।‘‘
पुलिस ने बताया कि फायर ब्रिगेड और जेसीबी मशीन की मदद से मलबा हटाया जा रहा है। मौके पर उपस्थित लोग भी मलबा हटाने में प्रशासन की मदद कर रहे हैं।
आयुक्त कनक त्रिपाठी के अनुसार, 13 लोगों की जान जा चुकी है वहीं घायलों की संख्या 15 है।
घटना स्थल पर जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी और पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य मौजूद हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, छोटू विश्वकर्मा के परिवार में उनकी पत्नी रीता और उनकी पांच बेटियां है। छोटू मजदूरी करते थे। करीब दस साल पहले उनकी आकस्मिक मौत हो गई। पत्नी रीता सिलाई करके परिवार चलाती थी। आज छोटी बेटी की परीक्षा थी। रीता सुबह उसके लिए नाश्ता बनाने गई और गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया।
हादसे में रीता की पांच बेटियों में से तीन की मौत हो गई जिनके नाम मोना (20 वर्ष), ममता (18 वर्ष) और संजना (15 वर्ष) हैं। हादसे में रीता बच गई।
विस्फोट के कारण पड़ोसी कन्हैया विश्वकर्मा के परिवार में उनकी पत्नी रीना (25 वर्ष) तथा तीन बेटियों.. सरिता, सोनम, सिम्पी की मौत हो गई।
धमाका इतना जबरदस्त था कि पड़ोस के एक और मकान में रहने वाले सुरेंद्र विश्वकर्मा और उनकी 10 साल की बेटी निधि की भी मौत हो गयी।
इस हादसे में वहां से गुजर रहे राहगीर शिवम, इम्तियाज (25 वर्ष), जीशान (15 वर्ष) और यासिर (13 वर्ष) की भी मौत हो गयी। विस्फोट के समय यह चारों छोटू के घर के सामने से गुजर रहे थे।
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