यूपी में बिजली हुई महंगी
उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने सूबे के बिजली उपभोक्ताओं को तगड़ा झटका दिया है। आयोग ने बिजली की नये दरें तय कर दी हैं।
यूपी में बिजली हुई महंगी |
आयोग ने मंगलवार को बिजली की दरों में 8 से 15 फीसद बढ़ोतरी के टैरिफ को मंजूर कर लिया है। सबसे ज्यादा महंगी बिजली छोटे कामर्शियल उपभोक्ताओं और प्राइवेट संस्थानों की की गयी है। आयोग ने नयी दरों में औसतन 11.69 फीसद बढ़ोतरी की है, जबकि घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं पर 12 फीसद तक का बोझ डाला गया है। कामर्शियल उपभोक्ताओं की बिजली 5 से10 प्रतिशत महंगी कर दी गयी है। नयी दरों में किसानों की बिजली में 9 शहरी अनुसूची में तथा ग्रामीण अनुसूची में 15 फीसद की बढ़ोतरी की गयी है। विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष व दोनों सदस्यों की सहमति के बाद नये टैरिफ का एलान किया गया, नयी दरें 15 सितम्बर के बाद से प्रभावी हो जाएंगी।
नियामक आयोग ने दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम आगरा, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लखनऊ, पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम मेरठ, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम वाराणसी, कानपुर विद्युत आपूर्ति कम्पनी (केस्को) कानपुर व नोएडा पावर कम्पनी लि. (एनपीसीएल) के लिए टैरिफ आदेश पारित कर दिया है। एक किलोवाट के बीपीएल श्रेणी के उपभोक्ताओं पर कोई बोझ नहीं डाला गया है। उन्हें 100 यूनिट की खपत पर फिक्स्ड चार्ज 50 रुपये व एनर्जी चार्ज 3 रुपये प्रति प्रति यूनिट ही देना होगा।
नयी दरों को लेकर जारी आदेश में नियामक आयोग ने जहां अनमीर्टड उपभोक्ताओं के फिक्स्ड चार्ज में 100 रुपये की बढ़ोतरी की है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में भी मीर्टड उपभोक्ताओं के फिक्स्ड चार्ज में दस रुपये प्रति किलोवाट के साथ एनर्जी चार्ज में 35 पैसे प्रति यूनिट से लेकर 50 पैसे प्रति यूनिट तक की बढ़ोतरी की गयी है। इसी तरह शहरी क्षेत्र में एलएमवी-1 अर्थात घरेलू उपभोक्ताओं पर ज्यादा बोझ डाला गया है। फिक्स्ड चार्ज जहां बढ़ाकर 110 रुपये प्रति किलोवाट किया गया है वहीं बिजली की दर 150 यूनिट तक 5.50 रुपये 151-300 यूनिट तक 6 रुपये तथा 301 से 500 तक 6.50 रुपये कर दिया गया है। यह बढ़ोतरी 60 पैसे प्रति यूनिट तक की गयी है। 500 यूनिट से ज्यादा की खपत करने वाले उपभोक्ताओं को अब 7 रुपये प्रति यूनिट देना होगा, पहले यह दर 6.50 रुपये प्रति यूनिट थी। इसी तरह कामर्शियल उपभोक्ताओं में ग्रामीण क्षेत्र में अनमीर्टड की दर तो नहीं बढ़ी है, लेकिन मीर्टड उपभोक्ताओं पर बोझ डाला गया है। उनके फिक्स्ड चार्ज को 15 रुपये प्रति किलोवाट बढ़ाया गया है और बिजली की प्रति यूनिट दर में भी 50 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाने को मंजूरी दी गयी है। शहरी क्षेत्र के कामर्शियल उपभोक्ताओं को दो किलोवाट पर 330 रुपये, 2-4 केवी पर 390 रुपये व चार किलोवाट से ज्यादा पर 450 रुपये फिक्स्ड चार्ज के साथ ही एनर्जी चार्ज में प्रति यूनिट 50 पैसे की बढ़ोतरी 7 रुपये से 7.50 रुपये कर दी गयी है।
| Tweet |