बच्चों की मौत : गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल निलंबित

Last Updated 12 Aug 2017 09:33:46 PM IST

गोरखपुर स्थित बाबा राघव दास मेडिकल कालेज में 48 घंटे के भीतर 30 बच्चों की मौत के प्रकरण में आज मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.


बीआरडी मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल निलंबित (फाइल फोटो)

उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने गोरखपुर में संवाददाताओं से कहा,   बीआरडी मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल को कार्य में ढिलाई के लिए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. 

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी.  मौर्य ने लखनऊ में संवाददाताओं से कहा, गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कालेज की त्रासदीपूर्ण एवं दर्दनाक प्रकरण में जो भी दोषी पाया गया, उसके खिलाफ निश्चित तौर पर कड़ी कार्वाई की जाएगी. 

सिंह कह चुके हैं कि मेडिकल कालेज के पीडियाट्रिक विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सात अगस्त से कल यानी 11 अगस्त तक विभिन्न बीमारियों से 60 बच्चों की मौत हुई है. सिंह और चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन मेडिकल कालेज के हालात का जायजा लेने गोरखपुर पहुंच गये हैं. इस प्रकरण को लेकर विपक्षी दलों द्वारा योगी आदित्यनाथ सरकार पर किये गये हमले के बीच राज्य प्रशासन डैमेज कंट्रोल में जुट गया.

बच्चों की मृत्यु की खबर कल रात आने के कुछ ही घंटे बाद राजनीतिक दलों की तीखी प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गयी थी. सपा और बसपा ने प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. सपा और बसपा दोनों ही पार्टियों ने स्थिति का मौके पर जायजा लेने के लिए अपनी-अपनी टीमें गोरखपुर भेजने का फैसला किया है.

मुख्यमंत्री योगी ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गोरखपुर प्रकरण के बारे में सूचना मांगी है. उनके निर्देश पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा और केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने भी घटना की जानकारी मांगी है.

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि गोरखपुर के सरकारी अस्पताल में पिछले छहसात दिन में 60 बच्चों की मृत्यु हो गयी. यह भाजपा सरकार की आपराधिक लापरवाही का एक और नमूना है.

इस त्रासदी के लिए योगी सरकार को दोषी ठहराते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा किया कि अस्पताल में आक्सीजन आपूर्ति की  कमी के कारण यह घटना हुई.

उन्होंने कहा कि आक्सीजन आपूर्ति करने वाली कंपनी ने मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल को सूचित किया था कि अगर बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया तो वह आपूर्ति रोक देगी. सरकार को पता होना चाहिए कि ये मौतें आक्सीजन की कमी से हुई हैं.

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सपा नेता राम गोविन्द चौधरी के नेतृत्व में छह सदस्यीय सपा टीम से 13 अगस्त तक अध्यक्ष अखिलेश यादव को रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है. बसपा प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर की अगुवाई में तीन सदस्यीय बसपा टीम से भी गोरखपुर पहुंचने को कहा गया है.

कांग्रेस ने बच्चों की मौत के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को दोषी ठहराते हुए मुख्यमंत्री योगी और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के इस्तीफों की मांग की है.



अस्पताल का दौरा करने पहुंचे वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने लिक्विड आक्सीजन की कथित कमी की वजह से बच्चों की मौत पर गहरा दुख प्रकट किया है.

आजाद ने कहा कि राज्य सरकार की ढिलाई की वजह से यह घटना हुई. हम इसके लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार मानते हैं. स्वास्थ्य मंत्री एवं स्वास्थ्य सचिव को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए. इसके लिए डाक्टरों को दोषी नहीं ठहराना चाहिए.

कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को बच्चों की मौत की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए.

कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया कि उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री केवल लाल बहादुर शास्त्री के नाम पर वोट मांगते हैं . वह राजनीति में शास्त्री के उच्च नैतिक मूल्यों का पालन नहीं करते. रेलवे दुर्घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए शास्त्री ने इस्तीफा दे दिया था. नवजात शिशुओं की मौत के बाद भी सिद्धार्थ नाथ सिंह पद पर बने हुए हैं. सिंह पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाती हैं.

रालोद नेता मसूद अहमद ने कहा कि यह गहरी चिन्ता की बात है कि जिला प्रशासन और अस्पताल खामियों को छिपाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे की मांग की.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के अधिकारिक ट्विटर एकाउण्ट के मुताबिक योगी ने निर्देश दिया है कि प्रकरण की गहन जांच करायी जाए और कड़ी कार्वाई सुनिश्चित की जाए.

गोरखपुर रवाना होने से पहले सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री को डाक्टरों और अधिकारियों ने आक्सीजन की कमी के बारे में सूचित नहीं किया था . चिकित्सा शिक्षा मंत्री को भी इसके बारे में नहीं बताया गया था. इन बातों को ध्यान में रखकर उचित कार्वाई की जाएगी.

टंडन ने कहा कि मुख्यमंत्री स्थिति पर कडी नजर रखे हुए हैं. सभी पहलुओं की जांच के बाद हम उचित कार्रवाई करेंगे.

गोरखपुर के जिलाधिकारी ने मौतों की हालांकि कोई वजह नहीं बतायी थी लेकिन केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने कहा था कि गोरखपुर के पुलिस अधीक्षक के मुताबिक 21 बच्चों की लिक्विड आक्सीजन की आपूर्ति की कमी के कारण मृत्यु हुई है.

गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कल कहा था कि एसपी गोरखपुर के मुताबिक बीआरडी मेडिकल कालेज में लिक्विड आक्सीजन की आपूर्तिकी कमी के चलते पिछले 36 घंटे में 21 बच्चों की मौत हो गयी . वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं . प्रशासन असल वजह का पता लगा रहा है.

भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि बकाया राशि का भुगतान नहीं करने के कारण आक्सीजन आपूर्ति बंद करने से गोरखपुर के अस्पताल में नवजात शिशुओं की मृत्यु हुई है. उन्होंने इस त्रासदी के लिए दोषी लोगों पर कड़ी कार्वाई की मांग की.

साक्षी महाराज ने उन्नाव में कहा कि बच्चों की मौत अत्यंत दुखद है. बकाये का भुगतान नहीं होने के बहाने जिस व्यक्ति ने आक्सीजन आपूर्ति बंद की, वही इस घटना के लिए जिम्मेदार है.

भाषा


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