जिलाधिकारी से वार्ता के बाद खुले लखनऊ के पेट्रोल पंप
उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के द्वारा पेट्रोल पंपों पर छापेमारी के बाद हड़ताल पर गए पेट्रोल पंप मालिकों ने इसे खत्म कर दिया है.
![]() फाइल फोटो |
वार्ता के बाद सभी संचालक दोपहर 12 बजे के बाद से पेट्रोल पंप खोलने को राजी हो गए. सोमवार रात से परेशान लोगों को अब दोपहर बाद से पेट्रोल मिलने लगा है. चिप लगाकर पेट्रोल चोरी करने वालों के खिलाफ उत्तर प्रदेश एसटीएफ के अभियान के बाद लखनऊ में अब तक दो दर्जन पेट्रोल पंप सील हैं. इससे नाराज होकर सोमवार देर रात से पेट्रोल पंप संचालक हड़ताल पर चले गए.
लखनऊ के जिलाधिकरी कौशल राज शर्मा से वार्ता के बाद दिन में 12 बजे के बाद से पेट्रोल पंप खुल गए. पेट्रोल पंप संचालक उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा से भी मिले.
लखनऊ में चिप से पेट्रोल चोरी के बाद उप्र एसटीएफ की कार्रवाई में पोल खुलने के बाद से पेट्रोल पंप संचालकों ने सोमवार देर रात से हड़ताल कर दी थी.
मंगलवार सुबह से ही लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी. पेट्रोल पंप पर हड़ताल से पूरे शहर में लोग तेल लेने के लिए इधर-उधर भटकते दिखाई दिए.
पेट्रोल पंप बंदी से आम जनता में भारी आक्रोश देखते हुए संचालकों को लखनऊ के जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने वार्ता के लिए बुलाया.
जिला प्रशासन से पेट्रोल पंप एसोसिएशन ने मांग की कि जिस मशीन में चिप मिल रही है उसे सील किया जाए, पूरे पेट्रोल पंप को न सील किया जाए. प्रशासन ने आश्वासन देकर हड़ताल को खत्म कराया.
गौरतलब है कि एसटीएफ ने 27 अप्रैल से छापेमारी शुरू की थी. अब तक 14 पेट्रोल पंपों पर छापा मारा जा चुका है और तकरीबन सभी में चोरी पाई गई है. पेट्रोल पंपों पर छापे मारने की शुरुआत एक शख्स की गिरफ्तारी के बाद हुई.
गिरफ्तार शख्स ने बताया था कि उसने पेट्रोल चोरी में इस्तेमाल होने वाली एक हजार इलेक्ट्रॉनिक चिप्स पेट्रोल पंपों में लगाई है. एसटीएफ का अनुमान है कि चिप लगे पेट्रोल पंपों से औसतन 12 से 15 लाख रुपये महीने के पेट्रोल की चोरी होती है.
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