नमामि गंगे के लिए केन्द्र ने स्वीकृत किये 4000 करोड रुपये: योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सूबे में गंगा के किनारे बसे सभी 985 गांव में शपथ कार्यक्रम आयोजित कर नमामि गंगे योजना को सफल बनाया जाएगा.
![]() (फाईल फोटो) |
श्री योगी ने सोमवार को लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार ने नमामि गंगे योजना पर कोई काम ही नहीं किया. लगता है कि विकास से उसका कोई सरोकार ही नहीं था.
उन्होंने कहा कि नमामि गंगे देश की जल संस्कृति को बचाने की योजना है. राज्य में इसे लागू ही नहीं करने दिया गया. गंगा उत्तर प्रदेश से करीब एक हजार किलोमीटर होते हुए आगे जाती है. पन्द्रह जिले और 985 गांव को तृप्त करती है. गंगा को निर्मल और अविरल बनाये रखने के लिए इन गांवों में शपथ कार्यक्रम आयोजित होगा. इसके जरिये गंगा को स्वच्छ बनाये रखने की शपथ दिलायी जाएगी.
केन्द्र की 60 से अधिक कल्याणकारी योजनाओं को उत्तर प्रदेश में लागू ही नहीं किया गया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि युद्धस्तर पर चलने वाले इस परियोजना के लिए केन्द्र के लिए चार हजार करोड रुपये स्वीकृत किये हैं. वर्ष 2019 में प्रयाग में आयोजित होने वाले अर्धकुंभ में गंगा का स्वच्छ और निर्मल जल होगा. सभी धर्म के पर्वो पर उनकी सरकार समान रुप से बिजली की आपूर्ति कर रही है. अयोध्या में रामनवमी के दिन 24 घंटे बिजली उपलब्ध करायी गयी. अन्य धार्मिक स्थलों पर भी यही व्यवस्था लागू की जा रही है.
श्री योगी ने कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर पान, गुटखा, धूम्रपान और मद्यपान को सख्ती से रोका जा रहा है. इसी कारण आबकारी नीति में भी परिवर्तन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि विडम्बना है कि पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार ने 2016 में ही 2018 तक की शराब की दुकानों की नीलामी कर दी. नयी नीति के मुताबिक राष्ट्रीय राजमार्ग, राज्यमार्ग, मंदिर-मस्जिद, चर्च, गुरुद्वारा और आबादी से पांच सौ मीटर की परिधि में शराब की दुकानें नहीं खुलेंगी.
उन्होंने कहा कि खनन नीति में भी आमूलचूल परिवर्तन किया जा रहा है. खनन को सेटेलाइट से जोडा जाएगा ताकि इसके जरिये भी खनन क्षेत्र का जायजा लिया जा सके. उनका कहना था कि दुर्भाज्ञ है कि सरकार का जितना राजस्व नहीं आता था उससे ज्यादा खनन मंत्री कमा लेता था. यह सब रुकेगा. ठेके ई-टेंडर से दिये जाएंगे.
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