हंदवाड़ा एनकाउंटर में शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

Last Updated 05 May 2020 11:44:43 AM IST

जम्मू-कश्मीर में हंदवाड़ा में आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद हुए कर्नल आशुतोष शर्मा का आज यहां सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।




शहीद का अजमेर रोड पुरानी चुंगी नाका स्थित मोक्षधाम में उनके भाई पीयूष शर्मा एवं शहीद की पत्नी पल्लवी ने मुखाग्नि दी। इससे पहले शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस मौके शहीद के परिजन, सेना के अधिकारी एवं जवान मौजूद थे।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा के बलिदान पर देश को अत्यधिक गर्व है। गहलोत ने आज यहां सेना के पोलो ग्राउंड में शहीद आशुतोष के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि देने के बाद मीडिया से यह बात कही। उन्होंने कहा कि कर्नल आशुतोष के बलिदान को पूरा देश याद करेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुल्क को गर्व है उनके बलिदान पर, उन्होंने देश के लिए कुर्बानी दी है, यह फक्र की बात है। उन्होंने कहा कि कारगिल सहित कोई भी युद्ध हो राजस्थान के जवानों ने हमेशा बलिदान दिया है और आतंकवाद का मुकाबला किया। उन्होंने कहा कि हम सबका कर्तव्य है कि एकजुट होकर संकल्प ले कि आतंकवाद समाप्त करके रहेंगे।

इससे पूर्व शहीद का पार्थिव शरीर सेना के 61 कैवलरी पोलो ग्राउंड पर अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

 

कृषि मंत्री लाल चंद कटारिया एवं परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, जिला कलेक्टर डॉ जोगाराम, सेना के अधिकारियों एवं जवानों ने पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। सेना के जवानों ने बैंड वादन एवं शस्त्र उल्टा करके दिया शहीद को सैन्य सम्मान दिया गया।

 

इस दौरान शहीद की पत्नी पल्लवी, मां सहित परिजनों ने आंसू नहीं बहाये और उनकी शहादत पर गर्व करते हुए उन्हें सलाम किया।रास्ते में सड़क किनारे खड़े लोगों ने सामाजिक दूरी का पालन करते हुए पुष्प वर्षा कर शहीद को सलाम किया। लोगों ने कर्नल आशुतोष अमर रहे, जय जवान जय किसान एवं पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए।

शहीद का पार्थिव शरीर सोमवार को विशेष विमान से जयपुर पहुंचा और सुबह सैन्य अस्पताल से पार्थिव शरीर पोलो ग्राउंड लाया गया। उल्लेखनीय है कि कर्नल आशुतोष रविवार को हंदवाड़ा में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर के निवासी थे। उनका परिवार जयपुर के वैशाली नगर स्थित रंगौली गार्डन क्षेत्र में रहता है।
 

पत्नी ने कहा-मुझे अपने पति की शहादत पर गर्व

शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा की पत्नी पल्लवी ने कहा कि मुझे गर्व है कि मेरे पति देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए। उनकी शहादत पर आंसू नहीं बहागी उनका देश के लिए कुर्बान होना सम्मान की बात है‚ यह उनका फैसला था‚ इसका पूरा सम्मान करूंगी।

उन्होंने कहा कि वे कहते थे कि मुझ पर 1500 जवानों की जिम्मेदारी है और मुझे यकीन है कि तुम परिवार का अच्छे से ख्याल रख लोगी। वे आश्वस्त थे कि उनकी गैर मौजदूगी में मैं सब संभाल लूंगी।

उन्होंने कहा कि मुझ से आखिरी बार एक मई को आशुतोष से बात हुई थी। तब मैंने उन्हें उनकी यू निट 21 राष्ट्रीय राइफल की 26 वीं वर्षगांठ पर बधाई देने के लिए उन्हें फोन किया था। उसके बाद वे ऑपरेशन में चले गए थे। मैं आखिरी बार उनसे 29 फरवरी को उधमपुर में मिली थी। 22 अप्रैल को शादी की 16 वीं वर्षगांठ भी वीडियो कॉल से सेलिब्रेट की।

छठी में पढ रही बेटी तमन्ना ने बताया कि पापा से एक मई को बात हुई थी। मैं भी पापा की तरह आर्मी में जाउंगी । इसके बाद हमारी सिर्फ फोन पर बात हुई थी।

पल्लवी ने कहा कि कहीं ना कहीं कल रात से ही अंदेशा था कि चीजें बहुत अच्छी नहीं हो रही हैं‚ क्योंकि उनसे (आशुतोष) कॉन्टेक्ट नहीं हो पा रहा था। हमारी शादी को 16 साल हो गए हैं। इतने सालों में आर्मी की ड्यूटी में पता चल जाता है कि अगर संपर्क नहीं हो पा रहा है तो मतलब है कि वे किसी ऑपरेशन में हैं। तब चिंता भी होती है। वहीं उनकी बेटी बोली कि आखिरी बार एक मई को पापा से बात हुई।

शहीद कर्नल आशुतोष 21 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर थे‚ जो कई मिशन का हिस्सा रहे। सेना ने बताया कि उन्होंने मुठभेड के दौरान दो आतंकियों को मार गिराया। शहीद होने वालों में कर्नल आशुतोष के अलावा‚ मेजर अनुज‚ सब इंस्पेक्टर शकील काजी‚ एक लांस नायक और एक राइफलमैन शामिल थे।

आईएएनएस/ श्याम सुंदर शर्मा/एसएनबी
जयपुर


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