राजस्थान में बाढ़ से 54 लोगों की मौत, सेना को बुलाया
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अब तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 54 लोगों की मौत हो चुकी हैं।
बाढ़ग्रस्त कोटा में नाव से निरीक्षण करते लोकसभा अध्यक्ष व कोटा से सांसद ओम बिरला। फोटो : प्रेट्र |
उन्होंने कहा कि श्रीगंगानगर में सामान्य से कम बरसात हुई है जबकि कोटा, झालावाड़, बारां, बूंदी और धौलपुर में अत्यधिक अधिक बरसात हुई है और बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में सेना के साथ एनडीआरएफ और पुलिस को बचाव कार्य में लगा रखा है। ऐसे में सीएम गहलोत ने सोमवार को हेलिकॉप्टर से कोटा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सव्रे किया।
कोटा, झालावाड़ में हालात विकट हैं तथा यहां सेना, सिविल डिफेंस, एसडीआरएफ व एनडीआरएफ की टीमें राहत व बचाव कार्य में लगी हैं। वहीं करौली व धौलपुर में भी हालात नाजुक हैं। कई जिलों में बहुत ज्यादा तो कहीं कम हुई है। 5-6 जिले ऐसे हैं जहां औसत से कम हुई है। जिसमें गंगानगर, हनुमानगढ़, अलवर और करौली भी शामिल है।
इस बीच कोटा बैराज से लगातार पानी की निकासी जारी। सोमवार को 19 गेट खोल कर 7.9 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे चंबल से सटी दर्जनों बस्तियां जलमग्न हैं। उधर करौली में मंडरायल-करणपुर क्षेत्र में चंबल नदी में उफान बरकरार है। यहां करीब एक दर्जन गांव पानी में घिरे हैं। आधा दर्जन गांवों के ग्रामीणों को रेस्क्यू किया गया है। वहीं झालावाड़ में बाढ़ प्रभावित इलाकों में सभी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गईं हैं।
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