राजस्थान: प्रश्नकाल में भाजपा विधायकों का विरोध जारी

Last Updated 23 Jul 2019 06:16:14 PM IST

विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी ने मंगलवार को विपक्षी भाजपा के विधायकों से अपना विरोध त्यागते हुए प्रश्नकाल की प्रक्रिया में भाग लेने की अपील की।


राजस्थान असैंबली (फाइल फोटो)

नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने अन्य सदस्यों को भी पूरक प्रश्न की अनुमति देने की मांग दोहराई और भाजपा सदस्यों ने लगातार दूसरे दिन प्रश्नकाल में प्रश्न नहीं पूछा।

भाजपा के विधायक मंगलवार को लगातार दूसरे दिन बाजू पर काली पट्टी बांधकर सदन में आए और प्रश्नकाल के दौरान चुपचाप बैठे रहे। प्रक्रिया के दौरान सरकार की ओर से केवल उन्हीं प्रश्नों का जवाब दिया गया जो सत्तापक्ष या अन्य सदस्यों ने उठाए थे। इससे पहले, सदन की कार्यवाही शुरू होते ही अध्यक्ष जोशी ने प्रश्नकाल को प्रभावी ढंग से संचालन में विपक्षी भाजपा के विधायकों का सहयोग मांगा।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं सभी से निवेदन करना चाहता हूँ कि इस सत्र में जो कुछ मैंने निर्णय लिए हैं उन पर अमल करने में आप मेरी मदद करें। फिर मैं आपसे चर्चा करके उसमें जो भी परिवर्तन करना है वह करेंगे, ताकि जिससे इस सदन की गरिमा बनी रह सके और हम सब मिलकर जो जनता के प्रति जवाबदेह हैं वह काम कर सकें।‘

उन्होंने कहा, ‘‘मैं विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया से निवेदन करूंगा कि वह अपने सदस्यों को प्रश्न पूछने की अनुमति दें जिससे हम प्रश्नकाल प्रभावी ढंग से कर सकें।’’ लेकिन नेता प्रतिपक्ष कटारिया ने मांग दोहराई कि पूरक प्रश्न पूछने का अधिकार सदन के हर सदस्य का होना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘हम आपका हर तरह से सहयोग करते रहे हैं और आगे भी करेंगे, लेकिन यह बात मानने को तैयार नहीं है कि प्रश्न पूछने वाले के अलावा इस सदन में कोई और प्रश्न पूछे नहीं सकता। यह (नई व्यवस्था) सदन की संपत्ति को बाहर रखने वाली और इतने साल की प्रक्रिया और हमारी कल हुई चर्चा के विपरीत है और हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे।’’

इस पर अध्यक्ष जोशी ने ‘‘यह आपकी इच्छा है’’ कहा और प्रश्न पूछे जाने के बारे में विधानसभा के नियम पढकर सुनाए और कार्यवाही शुरू कर दी। उल्लेखनीय है कि भाजपा विधायक प्रश्नकाल के दौरान दो से अधिक पूरक प्रश्न पूछे जाने की अनुमति नहीं दिए जाने की व्यवस्था से नाराज चल रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी की इस नई व्यवस्था के विरोध में भाजपा के विधायक कई दिनों से विरोध कर रहे हैं।

शुक्रवार को उन्होंने प्रश्नकाल की कार्रवाई में आंशिक रूप से भाग लिया जब उसके वही विधायक सदन में रहे जिनके सवाल सूचीबद्ध थे। वहीं शनिवार को भाजपा विधायकों ने मुँह पर सफेद पट्टी बांधी और चुपचाप बैठे रहे। सोमवार को वे बाजू पर काली पट्टी बांधकर सदन में आए और प्रश्नकाल के दौरान चुपचाप बैठे रहे। 

भाषा
राजस्थान


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