जयपुर: प्रसव के दौरान लापरवाही का मामला, कोख में ही रह गया बच्चे का सिर
राजस्थान के जैसलमेर जिले के रामगढ़ में सरकारी अस्पताल में चिकित्साकर्मियों ने प्रसव के दौरान बच्चे के पैर इतनी जोर से खींचे कि उसके दो हिस्से हो गए।
कोख में ही रह गया बच्चे का सिर (फाइल फोटो) |
इस मामले में नवजात शिशु का धड़ अपने सिर से अलग हो गया था। संयुक्त निदेशक डॉ एस के परमार ने बताया, ‘‘प्रसव के इस मामले में लापरवाही के लिए एक डाक्टर निखिल शर्मा को एपीओ किया गया है जबकि मेल नर्स अमृत लाल व जूझार सिंह को निलंबित किया गया है।’’ उन्होंने बताया कि प्रसूता दीक्षा कंवर जोधपुर के एक अस्पताल में उपाचारधीन हैं और उनकी हालत स्थिर है।
राज्य के चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री डा रघु शर्मा ने इस मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की है। उन्होंने कहा, ‘‘मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई गयी है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। गंभीर मामला है। सरकार इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगी।’’
घटना जैसलमेर जिले के रामगढ सरकारी अस्पताल की है। आरोप है कि प्रसव के दौरान चिकित्साकर्मियों ने बच्चे के पैर इतनी जोर से खींचे कि शिशु का धड़ वाला हिस्सा तो बाहर आ गया लेकिन सिर अंदर रह गया। चिकित्साकर्मियों ने महिला के परिजनों को कुछ बताए बिना ही उसे जैसलमेर रैफर कर दिया। वहां से उसे जोधपुर के एक अस्पताल भेज दिया गया। वहां चिकित्सकों के प्रयास से बच्चे का सिर निकल आया।
परिजन बच्चे के सिर लेकर रामगढ थाने पहुंचे। पुलिस की पूछताछ के बाद वहां के चिकित्साकर्मी बच्चे का धड़ वाला हिस्सा ले आए। इस बारे में पुलिस में मामला दर्ज किया गया है। रामगढ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डा निखिल शर्मा का हालांकि कहना है कि वह घटना के समय वहां नहीं थे और जब पुलिस ने पूछताछ शुरू की तभी उन्हें इसकी जानकारी मिली।
| Tweet |