प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरूवार को कहा कि भारत और ब्रिटेन स्वाभाविक साझेदार हैं और दोनों देशों के बीच बढ़ते संबंध ऐसे समय में वैश्विक स्थिरता और आर्थिक प्रगति के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं, जब विश्व अनिश्चितता के दौर से जूझ रहा है।

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मोदी ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर के साथ व्यापक मुद्दों पर बातचीत के बाद ये टिप्पणी की।
मीडियाकर्मियों को दिए अपने वक्तव्य में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जुलाई में हस्ताक्षरित ऐतिहासिक भारत-ब्रिटेन व्यापक आर्थिक एवं कारोबार समझौते से दोनों देशों के बीच आयात लागत कम होगी, रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, व्यापार को बढ़ावा मिलेगा और दोनों पक्षों के उद्योगों और उपभोक्ताओं को लाभ होगा।
उन्होंने कहा कि भारत और ब्रिटेन स्वाभाविक साझेदार हैं और दोनों देशों के बीच साझेदारी वैश्विक स्थिरता एवं आर्थिक प्रगति का एक महत्वपूर्ण आधार बन रही है।
दोनों नेताओं ने हिंद-प्रशांत, पश्चिम एशिया में शांति एवं स्थिरता और यूक्रेन में जारी संघर्ष पर भी विचार साझा किए।
मोदी ने कहा, ‘‘यूक्रेन संघर्ष और गाजा मुद्दे पर भारत बातचीत और कूटनीति के माध्यम से शांति बहाल करने के सभी प्रयासों का समर्थन करता है। हम हिंद-प्रशांत क्षेत्र में ब्रिटेन के साथ समुद्री सुरक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के जोश और ब्रिटेन की दक्षता ने मिलकर एक ‘‘अद्वितीय तालमेल’’ बनाया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी साझेदारी भरोसे पर टिकी है और प्रतिभा एवं तकनीक से प्रेरित है। आज जब प्रधानमंत्री स्टार्मर और मैं इस मंच पर एक साथ खड़े हैं तो यह दोनों देशों के लोगों के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण के लिए मिलकर काम करने की हमारी साझा प्रतिबद्धता की स्पष्ट पुष्टि है।’’
मोदी ने दोनों देशों के बीच बढ़ती रक्षा साझेदारी का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा, ‘‘हम रक्षा सह-उत्पादन की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं और दोनों देशों के रक्षा उद्योगों को जोड़ रहे हैं।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘अपने रक्षा सहयोग को एक कदम आगे बढ़ाते हुए हमने सैन्य प्रशिक्षण में सहयोग के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं जिसके तहत भारतीय वायुसेना के उड़ान प्रशिक्षक ब्रिटेन की रॉयल एयर फोर्स के साथ प्रशिक्षक के रूप में काम करेंगे।’’
ब्रिटिश नेता ब्रिटेन के 125 सबसे प्रमुख व्यापारिक नेताओं, उद्यमियों और शिक्षाविदों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बुधवार सुबह दो दिवसीय यात्रा पर मुंबई पहुंचे।
स्टार्मर की भारत यात्रा दोनों देशों द्वारा एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने के ढाई महीने बाद हुई है। इस समझौते से बाजार पहुंच बढ़ेगी, शुल्क में कटौती होगी और 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार दोगुना होने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री मोदी की जुलाई में हुई लंदन यात्रा के दौरान व्यापार समझौते को अंतिम रूप दिया गया था।
अपनी टिप्पणी में स्टार्मर ने भारत और ब्रिटेन के संबंध को ‘‘खास’’ बताया है। उन्होंने कहा कि भारत की विकास गाथा उल्लेखनीय है।
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