उत्तरी सिक्किम के लाचुंग में फंसे 100 से ज्यादा सैलानियों को लेकर 18 वाहनों का पहला समूह लोअर द्ज़ोंगू के फिदांग पहुंच गया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

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मंगन जिला कलेक्टर अनंत जैन ने काफिले का नेतृत्व किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पर्यटकों को सुरक्षित वापस लाया जाए। फिदांग से पर्यटक गंगटोक के लिए रवाना होंगे।
अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय प्रशासन और पुलिस, सेना, सीमा सड़क संगठन (BRO), भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP), वन विभाग, लाचुंग जुम्सा, टीएएएस, एसएचआरए, ड्राइवर्स एसोसिएशन, अन्य पर्यटन हितधारकों और स्थानीय जनता के समन्वित प्रयास से आज सुबह लाचुंग में फंसे पर्यटकों को निकालने का काम शुरू हुआ।
नवीनतम जानकारी के अनुसार, 284 वाहनों, 16 बाइकों सहित 1,678 पर्यटकों (पुरुष 737, महिलाएं 561, बच्चे 380) का एक अन्य काफिला थेंग चेक पोस्ट को पार कर फिदांग की ओर बढ़ रहा है।
निकासी प्रक्रिया में शामिल सभी लोगों की सराहना करते हुए जैन ने कहा कि लाचुंग से सभी पर्यटकों को आज लाचुंग-चुंगथांग-सिफगयेर-फिदांग मार्ग से सुरक्षित वापस गंगटोक पहुंचा दिया जाएगा।
जैन ने कहा कि लाचेन तक सड़क संपर्क बहाल करने के प्रयास जारी हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, पर्यटक उत्तर सिक्किम में फंसे हुए हैं क्योंकि भारी बारिश ने मंगन जिले को बुरी तरह से प्रभावित किया है। दो पुल आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
बीआरओ ने कहा कि लगातार भारी बारिश के बाद 30 मई को अचानक बादल फट जाने से उत्तरी सिक्किम में काफी नुकसान हुआ है।
इस बीच, सिक्किम के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अक्षय सचदेवा ने व्यक्तिगत रूप से लाचुंग से निकाले गए सभी पर्यटकों का स्वागत किया।
सचदेवा, पुलिस महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) ताशी वांग्याल, पुलिस उपमहानिरीक्षक, गंगटोक रेंज, प्रताप प्रधान और पुलिस अधीक्षक मंगन सोनम देचू भूटिया पर्यटकों का स्वागत करने के लिए फिदांग में मौजूद थे।
सैलानियों ने सिक्किम सरकार और निकासी प्रक्रिया में शामिल सभी एजेंसियों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया।
एक अन्य घटनाक्रम में, पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग ने एक बयान में सभी पर्यटकों को यात्रा करते समय सावधानी बरतने तथा आधिकारिक स्रोतों से नवीनतम सड़क एवं मौसम संबंधी अपडेट के आधार पर अपनी यात्रा की योजना बनाने की सलाह दी है।
मानसून का मौसम नजदीक आने के कारण, क्षेत्र में भारी वर्षा हो रही है जिससे भूस्खलन और सड़कें अवरुद्ध हो सकती हैं, विशेषकर दूरदराज के पर्यटन स्थलों तक जाने वाले मार्गों पर सड़कों अवरुद्ध हो सकती है।
मंगन जिले के अधिकारियों ने मौसम की स्थिति में सुधार के बाद 29 मई को तीस्ता नदी में वाहन गिरने से लापता हुए (चालक सहित) नौ पर्यटकों के लिए खोज और बचाव अभियान फिर से शुरू कर दिया है।
यह अभियान जिला पुलिस, जिला प्रशासन, आईटीबीपी, सेना, पर्यटन और नागरिक उड्डयन विभाग, बीआरओ, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), जीआरईएफ, अग्निशमन और चिकित्सा टीमों और अन्य हितधारकों की कड़ी निगरानी में चलाया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि बचाए गए दो सैलानी गंगटोक के एसटीएनएम अस्पताल में भर्ती है और अब उनकी हालत स्थिर है तथा वे बेहतर महसूस कर रहे हैं।
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