Jammu Kashmir: पुंछ में PAK गोलीबारी से प्रभावित पीड़ितों से मिले राहुल गांधी, स्कूली बच्चों से मुलाकात कर बोले- जल्द सामान्य होंगे हालात
कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने एक दिवसीय दौरे पर आज पूंछ पहुंचे हुए हैं। यहां वे हालिया पाकिस्तानी गोलाबारी से प्रभावित परिवारों से मुलाकात की।
![]() |
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा सीमा पार से की गई गोलाबारी के पीड़ितों से शनिवार को मुलाकात की। उन्होंने गोलाबारी से हुई क्षति को एक ‘‘बड़ी त्रासदी’’ बताया और पीड़ितों की व्यथा को राष्ट्रीय स्तर पर उजागर करने का संकल्प लिया।
लोकसभा में विपक्ष के नेता गांधी ने पुंछ का दौरा किया और प्रभावित लोगों से एक घंटे से अधिक समय तक बातचीत की। इनमें सात मई से 10 मई के बीच हुई गोलाबारी में अपने सदस्यों को खोने वाले परिवार भी शामिल थे।
राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह एक बड़ी त्रासदी है। कई लोगों की जान चली गई। उन्होंने (पाकिस्तानी सेना ने) आम नागरिकों के स्थानों पर हमला किया है। मैंने लोगों से बात की और उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश की। उन्होंने मुझसे उनके मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने को कहा है, जो मैं करूंगा।’’
#WATCH जम्मू-कश्मीर | लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पुंछ में नागरिक क्षेत्रों का दौरा किया, जहां पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से की गई गोलाबारी से नुकसान पहुंचा है। pic.twitter.com/sdgm4C9avK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 24, 2025
उन्होंने बाद में सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘पुंछ में पाकिस्तान की गोलाबारी में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों से आज मिला। टूटे मकान, बिखरा सामान, नम आंखें और हर कोने में अपनों को खोने की दर्द भरी दास्तान - ये देशभक्त परिवार हर बार जंग का सबसे बड़ा बोझ साहस और गरिमा के साथ उठाते हैं। उनके हौसले को सलाम है।’’
गांधी ने कहा, ‘‘पीड़ित परिवारों के साथ मजबूती से खड़ा हूं - उनकी मांगें और मुद्दे राष्ट्रीय स्तर पर जरूर उठाऊंगा।’’
उनके साथ पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी महासचिव जी ए मीर भी थे।
लोकसभा में विपक्ष के नेता का पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए नृशंस आतंकवादी हमले के बाद से केंद्र शासित प्रदेश का यह दूसरा दौरा है। उस आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे।
गांधी ने आतंकवादी हमले में घायल हुए लोगों से मिलने के लिए 25 अप्रैल को श्रीनगर का दौरा किया था। उन्होंने उस दौरान जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री और कई अन्य लोगों से मुलाकात की थी।
कांग्रेस के एक नेता ने शनिवार सुबह बताया कि गांधी शनिवार सुबह जम्मू हवाई अड्डा पहुंचे और सीमा पार से की गई गोलाबारी से प्रभावित इलाकों का दौरा करने तथा शोकसंतप्त परिवारों से मिलने के लिए हेलीकॉप्टर से पुंछ रवाना हुए।
पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और इसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों पर छह मई की देर रात सटीक हमले किए थे। इसके बाद से पुंछ सेक्टर में गोलाबारी बढ़ गई थी।
पाकिस्तान द्वारा सात से 10 मई के बीच जम्मू-कश्मीर में तोप से गोले दागे जाने और मिसाइल एवं ड्रोन हमले किए जाने के कारण 28 लोग मारे गए, जिनमें से 13 अकेले पुंछ जिले में मारे गए और 70 से अधिक घायल हो गए।
नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्रों के पास के इलाकों में रहने वाले हजारों लोगों ने अपने घर छोड़कर सरकारी राहत शिविरों में शरण ली। चार दिन तक सीमा पार ड्रोन और मिसाइल हमले जारी रहने के बाद 10 मई को सैन्य टकराव समाप्त करने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच सहमति बनी थी।
कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने शनिवार को पहले कहा था, ‘‘गांधी एक गुरुद्वारा, एक मंदिर, एक मदरसा और एक ईसाई मिशनरी स्कूल सहित गोलाबारी से प्रभावित संरचनाओं का दौरा करेंगे। वह शोकसंतप्त परिवारों और नागरिक समाज के सदस्यों से भी मिलेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘गांधी पहले ऐसे राष्ट्रीय नेता हैं जो प्रभावित आबादी के प्रति एकजुटता व्यक्त करने और उनका दर्द साझा करने के लिए उनके पास पहुंचे हैं।’’
गांधी ने पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के अपने दौरे में कहा था कि आतंकवादी हमले के पीछे की अवधारणा देश के लोगों को विभाजित करने की थी और यह जरूरी है कि भारत एकजुट होकर आतंकवाद को हमेशा के लिए हरा दे।
| Tweet![]() |