Bengal cash-for-jobs case: सुजय कृष्ण भद्र का हुआ वॉयस सैंपलिंग टेस्ट

Last Updated 04 Jan 2024 11:42:06 AM IST

पश्चिम बंगाल में स्कूल में नौकरी के बदले नकद मामले के मुख्य आरोपी सुजय कृष्ण भद्र प्रवर्तन निदेशालय (ईडी - ED) द्वारा उनकी आवाज का नमूना केंद्र संचालित ई.एस.आई. अस्पताल में परीक्षण कराए जाने के बाद गुरुवार को सरकारी एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज में लौट आए।


सुजय कृष्ण भद्र

ई.एस.आई. ले जाने के बाद बुधवार देर शाम अस्पताल में केंद्रीय सशस्त्र बल के कर्मियों की सहायता से ईडी के अधिकारियों द्वारा किए गए एक ऑपरेशन के बाद, उनकी आवाज के नमूने परीक्षण की प्रक्रिया बुधवार देर रात तक पूरी हो गई।

सूत्रों ने बताया कि उन्हें ई.एस.आई. के एक विशेष ध्वनि-रोधी कमरे में ले जाया गया। अस्पताल और वहां उनसे वही वाक्य कई बार दोहराने को कहा गया जो रिकॉर्ड किया गया था। अब रिकॉर्डिंग का मिलान उस कॉल रिकॉर्डिंग से किया जाएगा, जो ईडी के अधिकारियों ने उसके मोबाइल फोन से हासिल की थी, जहां वह किसी से अपने मोबाइल फोन से सभी रिकॉर्ड हटाने के लिए कह रहेे थे ।

पूरी प्रक्रिया बुधवार देर रात पूरी हुई और आखिरकार गुरुवार सुबह वह एसएसकेएम लौट आए। जहां वह पिछले साल अगस्त में अपनी बायपास सर्जरी के बाद से भर्ती हैं।

एस.एस.के.एम. की अनिच्छा के बाद ईडी के लिए भद्रा का वॉयस सैंपलिंग टेस्ट कराना आसान काम नहीं था। अधिकारी उन्हें चिकित्सा आधार पर परीक्षण करने की अनुमति दें। यहां तक कि ईडी के अधिकारियों ने भी एस.एस.के.एम. पर आरोप लगाते हुए कलकत्ता उच्च न्यायालय में शिकायत की कि जानबूझकर वॉयस सैंपलिंग टेस्ट में बाधा उत्पन्न करने की कोशिश की जा रही है।

केंद्रीय एजेंसी के वकील ने एसएसकेएम द्वारा प्रस्तुत मेडिकल रिपोर्ट को भी चुनौती दी है। अधिकारियों ने आवाज के नमूने लेने की प्रक्रिया को रोकने की कोशिश की।

आईएएनएस
कोलकाता


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment