Jammu Kashmir: अमित शाह बोले- जम्मू कश्मीर में 42 हजार हत्याओं के कौन जिम्मेदार है?
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को जम्मू के भगवती नगर में जेडीए मैदान में रैली को संबोधन किया।
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज शुक्रवार (23 जून) को दो दिवसीय जम्मू कश्मीर दौरे पर पहुंचे है। राज्य के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने उनका स्वागत किया। इसके बाद अमित शाह जम्मू के त्रिकुटा नगर स्थित बीजेपी के प्रदेश मुख्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
बता दें कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी 1948 में जम्मू-कश्मीर में लागू परमिट कानूनों की अवहेलना करने वाले पहले भारतीय नेता थे, जब उन्हें 'एक विधान, एक प्रधान, एक निशान' आंदोलन के लिए गिरफ्तार किया गया था। 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 निरस्त होने से पहले जम्मू-कश्मीर का अपना संविधान और झंडा था।
अमित शाह ने जेडीए मैदान पर रैली को संबोधित किया। शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने देश में भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए एक मजबूत नींव रखी है, जबकि पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार 12 लाख करोड़ रुपये के ‘घोटालों’ में शामिल थी।
जम्मू में एक जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने नेशनल कांफ्रेंस (नेकां), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने सवाल किया कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के कारण 42 हजार लोगों की मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा?
गृह मंत्री ने कहा, “मोदी सरकार ने 12 लाख करोड़ रुपये के घोटालों में शामिल संप्रग सरकार की जगह ली और प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार-मुक्त भारत के लिए एक मजबूत नींव रखी।”
उन्होंने कहा, “तीन परिवारों ने जम्मू-कश्मीर पर दशकों तक मिलकर शासन किया, लेकिन अनुच्छेद-370 के कारण कोई विकास नहीं हुआ। आतंकवाद के कारण कम से कम 42 हजार लोगों की मौत हुई और वे कह रहे हैं कि हमें अनुच्छेद-370 को सुरक्षित रखना चाहिए था।”
शाह ने कहा कि वह नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती से पूछना चाहेंगे कि इन 42 हजार लोगों की मौत के लिए कौन जिम्मेदार है, क्योंकि तब ये लोग सत्ता में थे।
उन्होंने जोर देकर कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के शासन में आतंकवाद पर शिकंजा कसा गया।”
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