महिला कोच से छेड़छाड़ और धमकी देने का मामला : हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह ने खेल विभाग छोड़ा
खेल विभाग की जूनियर कोच द्वारा प्रदेश सरकार के खेल मंत्री सरदार संदीप सिंह पर लगाए गए आरोपों और दर्ज कराई गई एफआईआर के बाद राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं।
![]() हरियाणा प्रदेश सरकार के खेल मंत्री सरदार संदीप सिंह (फाइल फोटो) |
संदीप सिंह ने जांच रिपोर्ट आने तक खेल विभाग का जिम्मा मुख्यमंत्री को सौंप देने की बात कही है। संदीप सिंह ने इस संबंधी लिए गए फैसले को लेकर रविवार को कहा कि उनकी छवि को खराब करने के लिए एक माहौल बनाया गया है। खेल विभाग की एक जूनियर कोच ने जो झूठे आरोप लगाए हैं, मैं चाहूंगा कि उसकी अच्छे से जांच हो और जांच चल भी रही है। जब भी उसकी रिपोर्ट आती है, तब तक नैतिकता के आधार पर इंसानियत के कारण मैं अपना खेल विभाग मुख्यमंत्री को सौंपता हूं। जो भी रिपोर्ट आए उसमें दूध का दूध और पानी का पानी निकल कर सामने आए, उसके बाद मुख्यमंत्री जी अगला फैसला लें।
बता दें कि संदीप सिंह के खिलाफ चंडीगढ़ में महिला उत्पीड़न की धाराओं के तहत केस दर्ज हुआ है। मामले को लेकर हरियाणा के डीजीपी प्रशांत कुमार अग्रवाल की तरफ से पुलिस के तीन अधिकारियों की एसआईटी का गठन भी किया गया है। काबिले-गौर है कि खेल विभाग की एक जूनियर महिला कोच ने बीते दिनों प्रदेश सरकार के खेल एवं युवा मामले मंत्री सरदार संदीप सिंह के खिलाफ प्रेसवार्ता की थी, जिसमें कोच ने मंत्री पर अपने सरकारी आवास के एक केबिन में छेड़छाड़ करने और धमकी देने का भी संगीन आरोप लगाया था।
मामले पर पीड़िता का आरोप था कि मंत्री ने कहा था कि तुम मुझे खुश रखो, मैं तुम्हें खुश रखूंगा। चंडीगढ़ पुलिस को दी गई तहरीर में जूनियर कोच ने जो इल्जाम लगाया, उसके आधार पर सेक्टर 26 के पुलिस थाने में धारा 354, 354ए, 354 बी, 342 और 506 आईपीसी के तहत केस दर्ज हुआ है, जिसकी जांच अब चंडीगढ़ पुलिस कर रही है। वहीं डीजीपी पीके अग्रवाल ने एडीजीपी ममता सिंह की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया है, जिसमें पंचकूला के डीसीपी सुमेर प्रताप सिंह और एसीपी राजकुमार कौशिक भी शामिल हैं।
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