मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी की महिलाओं के शराब पीने संबंधी टिप्पणी की आलोचना करते हुए भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को कहा कि उनकी यह टिप्पणी विपक्ष की ‘महिला-विरोधी’ मानसिकता को दर्शाती है ।

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पटवारी ने कहा था कि देश के अन्य राज्यों की तुलना में प्रदेश में महिलाएं अधिक शराब पीती हैं ।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह न केवल मध्य प्रदेश की महिलाओं का अपमान है, बल्कि कांग्रेस की ओछी और कुत्सित मानसिकता का उदाहरण भी है।’’
उन्होंने इस टिप्पणी के लिए विपक्षी दल से माफ़ी मांगने को कहा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने राज्य में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि मध्यप्रदेश की एक खासियत यह है कि यहां की महिलाएं ‘‘सबसे ज़्यादा शराब’’ पीती हैं।
उन्होंने राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधते हुए उसे नशीले पदार्थों और मादक पदार्थों की बढ़ती खपत के लिए जिम्मेदार ठहराया।
त्रिवेदी ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया कि ग्रामीण तेलंगाना शराब का सबसे बड़ा उपभोक्ता बनकर उभरा है, जहां कांग्रेस सत्ता में है।
हालांकि, उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में केवल कांग्रेस अब भी 99 सीटों पर अपनी जीत को लेकर इतनी उत्साहित है कि उसे सच्चाई समझ नहीं आ रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का ‘महिला-विरोधी’ टिप्पणियों का इतिहास रहा है और उन्होंने राधिका खेड़ा और प्रियंका चतुर्वेदी जैसी नेताओं के आरोपों का हवाला दिया, जो अब पार्टी छोड़ चुकी हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि दिग्विजय सिंह, शांति धारीवाल और श्रीप्रकाश जायसवाल जैसे कांग्रेस नेताओं ने महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां की थीं।
त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘द केरल स्टोरी’ जैसी फिल्मों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के कुछ सबसे बड़ी करतूतों को चित्रित किये जाने का मजाक उड़ाया और उनका तिरस्कार किया।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में महिलाओं के कल्याण के लिए कई पहल की गई हैं, जिनमें नौकरियों और स्थानीय निकायों में उनके लिए आरक्षण और "लाड़ली लक्ष्मी योजना" शामिल हैं।
उन्होंने लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए आरक्षण और पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को "ऑपरेशन सिंदूर" नाम देने के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने महिलाओं के लिए कई कदम उठाए हैं।
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