कर्नाटक: श्रीरंगपटना की जामिया मस्जिद में VHP के पूजा एलान के बाद सुरक्षा बढ़ाई गई, धारा 144 लागू

Last Updated 04 Jun 2022 12:46:25 PM IST

कर्नाटक में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के 'श्रीरंगपटना चलो' के आह्वान के बाद शहर में तनाव का माहौल बना हुआ है।


श्रीरंगपट्टनम: मस्जिद में पूजा के एलान बाद एंट्री बैन, धारा 144 लागू

जामिया मस्जिद में पूजा करने के विश्व हिंदू हिंदू परिषद (विहिप) के आह्वान के मद्देनजर कर्नाटक के श्रीरंगपटना में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। कुछ दक्षिणपंथी संगठनों का दावा है कि 18वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान की पूर्ववर्ती राजधानी श्रीरंगपटना में स्थित इस मस्जिद को एक हनुमान मंदिर को नष्ट करके बनाया गया है।

प्रशासन ने जामिया मस्जिद की ओर जाने वाले रास्तों को सील कर दिया है और मस्जिद के आसपास 400 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।

पुलिस ने श्रीरंगपटना में फ्लैग मार्च किया। फ्लैग मार्च का नेतृत्व करने वाले एसपी यतीश ने कहा कि शहर में शांति बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं।

शहर में आपराधिक दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है, ताकि इस दौरान कोई भी प्रदर्शन या रैली न हो सके। जिला पुलिस बल के अलावा कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस को भी तैनात किया गया है। सड़कों पर अवरोधक लगाए गए हैं।



इस बीच, मोटरसाइकिल पर सवार और भगवा गमछा पहने तथा भगवा झंडे थामे बजरंग दल व विहिप कार्यकर्ताओं ने ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए। विरोध के डर से मस्जिद के आसपास के कई दुकानदारों ने दिनभर के लिए दुकानें बंद कर दीं।

कुछ हिंदू संगठनों ने मस्जिद तक विरोध मार्च निकालने का आह्वान किया है। बहरहाल, प्राधिकारियों ने इसकी अनुमति नहीं दी है।



राज्य के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने विहिप की ‘श्रीरंगपटना चलो’ मुहिम के मद्देनजर शांति एवं व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पुलिस को हर संभव कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

बजरंग दल के नेता कल्लाहल्ली बालू ने कहा कि वे श्रीरंगपटना शहर में प्रवेश करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने कहा, जामिया मस्जिद का सर्वेक्षण उत्तर प्रदेश में ज्ञानवापी मस्जिद की तर्ज पर किया जाना चाहिए। जैसा कि गृह मंत्री ने कहा है, हम अपनी मांग को शांति पूर्ण तरीके से रखेंगे।

वक्फ बोर्ड के सचिव इरफान ने कहा, हर प्रतिक्रिया पर कार्रवाई होगी। अगर कोई जामिया मस्जिद में आकर पूजा करने की कोशिश करता है, तो हम चुप नहीं बैठेंगे। हमारे लोग भी तैयार हैं। यहां कोई विवाद नहीं है और इसे ज्ञानवापी मस्जिद विवाद की तर्ज पर नहीं देखा जा सकता है। बाहरी लोग यहां परेशानी पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।

एडीजीपी आलोककुमार ने कहा कि पुलिस किसी को भी कानून का उल्लंघन नहीं करने देगी।

नरेंद्र मोदी विचार मंच संगठन ने दावा किया कि जामिया मस्जिद हनुमान मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी।

इस बीच, श्रीराम सेना प्रमुख प्रमोद मुतालिक ने प्रतिबंधों की निंदा की। उन्होंने कहा, ‘‘मस्जिद के अंदर एक गणपति मंदिर, एक कुंड और एक कुआं है। इन सबके बावजूद मस्जिद का वहां मदरसे चलाना और नमाज पढ़ना गलत है। ‘उन्हें’ रोका जाना चाहिए। मैं भाजपा सरकार की निंदा करता हूं, जो हमारे विरोध को रोकने की कोशिश कर रही है।’’

कुछ दक्षिणपंथी संगठनों ने दावा किया है कि जामिया मस्जिद ‘अंजनेया मंदिर’ था, जिसे टीपू सुल्तान ने नष्ट कर दिया था और वहां मस्जिद का निर्माण कराया था।
 

भाषा/आईएएनएस
मांड्या (कर्नाटक)


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment