नकली जीएसटी आईटीसी रैकेट का भंडाफोड़
सीजीएसटी कमिश्नरेट, रायगड ने एक ऐसे रैकेट का भंडाफोड़ किया है जिसके अंतर्गत नकली जीएसटी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) बनाया जा रहा था।
नकली जीएसटी आईटीसी रैकेट का भंडाफोड़ |
कार्रवाई में पता चला कि 70 करोड़ रु पए का नकली चालान और 13 करोड़ रु पए का जीएसटी इनपुट टैक्स क्रेडिट बनाया गया था। इस मामले में कलंबोली के लोहे के स्क्रैप डीलर मेसर्स जैद एंटरप्राइजेज के मालिक को गिरफ्तार किया गया है।
सीजीएसटी कमिश्नर, रायगड नीरज कंसल द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार सीजीएसटी कमिश्नरेट रायगड के एंटी-इवेशन विंग की एक टीम ने जांच शुरू की, जिसमें पता चला कि मेसर्स जैद एंटरप्राइजेज ने 10 से अधिक गैर-मौजूदा फर्मो द्वारा जारी किए गए फर्जी चालानों के आधार पर नकली आईटीसी का लाभ उठाया और इस नकली आईटीसी को अन्य फर्मो को भी दिया। फर्म के मालिक जीएसटी पोर्टल में घोषित स्थान से संचालन भी नहीं कर रहे थे।
कार्रवाई के दौरान लगभग 15 किमी तक पीछा करने के बाद नवी मुंबई में एक पेट्रोल स्टेशन के पास से आरोपी को पकड़ा गया गया। आरोपी को सेंट्रल गुड्स एन्ड सर्विसेस एक्ट की धारा 69, (2017) उक्त अधिनियम के 132 के तहत 4 मार्च को गिरफ्तार कर न्यायिक मजिस्ट्रेट, पनवेल के समक्ष पेश किया गया, जहां उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
ज्ञात हो कि पिछली गतिविधियों को देखते हुए अधिकारी लगातार नजर रख रहे थे, जहां नवी मुंबई के तलोजा जैसे क्षेत्र से जाली काम करते हुए जीएसटी की चोरी की जा रही थी।
उक्त अभियान फर्जी आईटीसी के मामलों के खिलाफ विशेष चोरी-रोधी अभियान का एक हिस्सा है।
वित्तीय वर्ष 2021-22 में सीजीएसटी, रायगड कमिश्नरेट ने लगभग 700 करोड़ रु पए की कर चोरी का पता लगाया है जिसमें से 405 करोड़ रु पए वसूल करके कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। ऐसे जालसाजों और कर चोरों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है।
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