हरियाणा सरकार ने ब्लैक फंगस को अधिसूचित रोग घोषित किया
हरियाणा में ब्लैक फंगस के 27 मामले सामने आने के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने शनिवार को कहा कि राज्य में ब्लैक फंगस को अधिसूचित रोग घोषित कर दिया गया है।
![]() हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज (फाइल फोटो) |
अब प्रदेश के किसी भी सरकारी या निजी अस्पताल में ब्लैक फंगस के रोगी का निदान होता है तो इसकी सूचना स्थानीय जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को देनी होगी, ताकि बीमारी की रोकथाम के लिए उचित कदम उठाए जा सकें।
विज ने कहा कि बीमारी के इलाज के लिए रोहतक में पीजीआईएमएस के वरिष्ठ डॉक्टर राज्य में कोरोना वायरस का इलाज कर रहे सभी डॉक्टरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करेंगे और उन्हें बीमारी के इलाज की जानकारी देंगे।
भारत में COVID-19 महामारी ने ब्लैक फंगस को एक खतरनाक बीमारी का रूप दे दिया है। यहां तक कि इसकी चपेट में आकर कुछ लोगों की जान भी चली गई है।
विशेषज्ञों के मुताबिक ब्लैंक फंगल इंफेक्शन किसी व्यक्ति को अपनी चपेट में लेता है तो उसकी आंखों पर भी प्रभाव पड़ सकता है। ब्लैंक फंगल इंफेक्शन के कारण आंखों में सूजन और रोशनी भी कमजोर पड़ सकती है। ब्लैंक फंगल इंफेक्शन की वजह से गाल की हड्डी में दर्द हो सकता है। यह इस फंगल इंफेक्शन के शुरुआती लक्षण है। इसके अलावा आंखों का लाल होना भी इस फंगल इंफेक्शन के मुख्य लक्षणों में से एक है।
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