महाराष्ट्र में अगले आदेश तक सभी धार्मिक समारोह प्रतिबंधित
कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के बीच दिल्ली में तबलीगी जमात के आयोजन के बाद देश में महामारी के मामलों में आए भारी उछाल से सबक लेते हुए अब महाराष्ट्र सरकार ने शनिवार को अगले आदेश तक सभी धार्मिक समारोहों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो) |
राज्य में कोविड-19 के मामलों में लगातार वृद्धि के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने दो अलग-अलग बयानों में घोषणा कर इस बात की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ठाकरे ने शनिवार दोपहर को बयान में कहा, "अगले आदेश तक के लिए हम किसी भी धार्मिक कार्य, समारोह, सार्वजनिक या खेल आयोजनों के लिए अनुमति नहीं देंगे।"
मुख्यमंत्री उद्धव ने आगे कहा कि सरकार ने हाल ही में गुड़ी पड़वा, पंढरपुर यात्रा और रामनवमी समारोह की अनुमति नहीं दी थी, इन्हें लोगों ने घर पर ही मनाया था।
उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस जाति, समुदाय, धर्म या क्षेत्र देखकर लोगों को ग्रसित नहीं करता है और इसलिए राज्य में बड़ी संख्या में लोगों को घुलने-मिलने से रोका जा रहा है।
दिल्ली के तब्लीगी जमात का जिक्र करते हुए ठाकरे ने कहा कि कार्यक्रम में शामिल हुए महाराष्ट्र के सभी लोगों (1,225) की पहचान कर ली गई है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि उनके माध्यम से कोविड-19 संक्रमण का प्रसार न हो। साथ ही रोकथाम के उपाय चल रहे हैं।
उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा, "सोमवार को महावीर जयंती व बुधवार को हनुमान जयंती मनाई जाएगी, उसके बाद शब-ए-बारात है, कृपया इस वर्ष अपने घरों से बाहर कदम न रखें और घर पर ही सभी रस्में निभाएं।"
मुख्यमंत्री ठाकरे ने ऐसे कठिन वक्त पर मदद के लिए आगे आए विभिन्न संगठनों और व्यक्तियों को भी धन्यवाद दिया।
मुख्यमंत्री ने चिकित्सा समुदाय को होटलों में कमरे देने के लिए ताज ग्रुप का और कोविड-19 संक्रमण के मद्देनजर क्वारंटाइन परिसर की पेशकश करने के लिए बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान का शुक्रिया अदा किया है।
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